नई दिल्ली. वामपंथी राजनीति के गढ़ जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के चुनाव में लेफ्ट का जलवा कायम रहा. लेफ्ट यूनिटी की गीता कुमारी अध्यक्ष, सिमॉन ज़ोया खान उपाध्यक्ष, डुग्गीराला श्रीकृष्णा महासचिव और शुभांशु सिंह संयुक्त सचिव पद का चुनाव बढ़िया मार्जिन से जीत गए हैं.सेंट्रल पैनल के चारों पद यानी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पर एक समय ऐसा भी आया जब लेफ्ट यूनिटी के सारे कैंडिडेट पहले, आंबेडकरवादी छात्र संगठन बाप्सा के कैंडिडेट दूसरे और एबीवीपी के कैंडिडेट तीसरे स्थान पर चल रहे थे. कुल 4620 मतों की गिनती के बाद जब नतीजे घोषित हुए तो बाप्सा चारों पद पर तीसरे नंबर पर पहुंच गई जबकि एबीवीपी दमदार तरीके से हर पोस्ट पर दूसरे नंबर पर आ गई. एनएसयूआई कैंडिडेट्स को चारों पद पर नोटा से भी कम वोट नसीब हुआ.
आइसा की गीता कुमारी बनीं जेएनयू छात्रसंघ की नई अध्यक्ष
हालांकि अध्यक्ष पद के अलावा बाकी सारे पदों पर लेफ्ट की जीत बड़ी मार्जिन से हुई है. अध्यक्ष पद पर आइसा-एसएफआई-डीएसएफ की लेफ्ट यूनिटी की तरफ से आइसा की गीता कुमारी ने 1506 वोट हासिल किया जबकि एबीवीपी की निधि त्रिपाठी 1042 वोट ही हासिल कर सकीं. ये पद लेफ्ट ने करीब 500 के मार्जिन से जीता.बाप्सा की शबाना अली को 935, निर्दलीय फारूख आलम को 419, एआईएसएफ की अपराजिता राजा को 416, एनएसयूआई की वृष्णिका सिंह यादव को 82, निर्दलीय गौरव कुमार को 23 वोट मिले. अध्यक्ष पद के चुनाव में 127 ने नोटा पर वोट किया जबकि 50 वोट कैंसिल हो गए और 20 वोट खाली पाए गए.
महासचिव पद पर एसएफआई के डुग्गीराला श्रीकृष्णा सबसे बड़े मार्जिन से जीते
उपाध्यक्ष पद के चुनाव में लेफ्ट यूनिटी की तरफ से आइसा कैंडिडेट सिमॉन ज़ोया खान ने 1876 वोट हासिल करके एबीवीपी के दुर्गेश को 800 से ज्यादा वोट के अंतर से हराया. दुर्गेश को 1028, बाप्सा के सुबोध कुंवर को 910, एनएसयूआई के फ्रैंसिस लालरेमसियामा को 201 वोट मिले. उपाध्यक्ष पद पर नोटा में 495 वोट गिरे. 66 वोट खाली थे जबकि 44 अमान्य हो गए. महासचिव पद पर लेफ्ट यूनिटी की तरफ से एसएफआई के डुग्गीराला श्रीकृष्णा ने 2082 वोट हासिल कर सबसे बड़े मार्जिन से जीत हासिल की. एबीवीपी के निकुंज मकवाना 975 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे जो करीब 1100 वोट के अंतर से हार गए. बाप्सा के करम विद्यानाथ को 854 और एनएसयूआई की प्रीति ध्रुवे को 223 वोट मिले. इस पद पर नोटा 389, खाली वोट 72 और अमान्य वोट 25 रहे.
संयुक्त सचिव के चुनाव में लेफ्ट यूनिटी की तरफ से डीएसएफ के शुभांशु सिंह 1755 वोट लेकर बड़े मार्जिन से जीते. एबीवीपी के पंकज केसरी को 920, बाप्सा के विनोद कुमार को 860, एनएसयूआई के अलीमुद्दीन को 222, एआईएसएफ के मेंहदी हसन को 214, निर्दलीय शिवेंद्र पांडेय को 60 वोट मिले. इस पद पर नोटा सबसे ज्यादा पड़ा जिसकी संख्या 501 रही. खाली वोट 50 और अमान्य वोट 38 निकले. जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए कुल 6 कैंडिडेट मैदान में थे जिनमें 5 लड़कियां हैं जबकि 1 लड़का. 5 लड़कियां अलग-अलग संगठनों की तरफ से चुनाव लड़ रही थीं जबकि एकमात्र लड़का निर्दलीय है था. शुक्रवार को वोट डाले गए थे.
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के नतीजे- किसको मिला कितना वोट- कुल वोट थे 4620
अध्यक्ष
गीता कुमारी, AISA- लेफ्ट यूनिटी (AISA, SFI, DSF)- 1506
निधि त्रिपाठी, ABVP- 1042
फारूख आलम, निर्दलीय- 419
वृष्णिका सिंह यादव, NSUI- 82
नोटा- 127
सादा- 20
अमान्य- 50
उपाध्यक्ष
सिमॉन ज़ोया खान, AISA- लेफ्ट यूनिटी (AISA, SFI, DSF)- 1876
दुर्गेश, एबीवीपी- 1028
फ्रैंसिस लालरेमसियामा, एनएसयूआई- 201
नोटा- 495
सादा- 66
अमान्य- 44
महासचिव
दुग्गीराला श्रीकृष्णा, SFI- लेफ्ट यूनिटी (AISA, SFI, DSF)- 2082
निकुंज मकवाना, एबीवीपी- 975
करम विद्यानाथ, बाप्सा- 854
प्रीति ध्रुवे, एनएसयूआई- 223
नोटा- 389
सादा- 72
अमान्य- 25
संयुक्त सचिव
सुभांशु सिंह, DSF- लेफ्ट यूनिटी (AISA, SFI, DSF)- 1755
अलीमुद्दीन- एनएसयूआई- 222
शिवेंद्र, निर्दलीय- 60
नोटा- 501
सादा- 50
अमान्य- 38