नई दिल्ली: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार सुबह हुई सात साल के बच्चे प्रदयुम्न की हत्या मामले में पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी बच्चे का यौन शोषण करना चाहता था और ऐसा करने में नाकाम रहने पर उसने चाकू से प्रदयुम्न की हत्या कर दी. पुलिस ने हत्या के इस्तेमाल किए गए चाकू को भी बरामद कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी करीब चार महीने से स्कूल में बतौर बस कंडक्टर काम कर रहा था. शुक्रवार सुबह वो बॉथरूम गया जहां उसने सात साल के प्रदयुम्न को देखा और उसका यौन शोषण करने की कोशिश की. लेकिन शोर मचाने पर उसने बच्चे का गले रेत दिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी के पास पहले से ही चाकू था जिससे उसने ये कत्ल किया.
पुलिस का ये भी कहना है कि कहना है कि आरोपी कत्ल के इरादे से वहां नहीं गया था. उसने बच्चे को देखा और उसका यौन शोषण करना चाहा, जब वो शोर मचाने लगा तो उसने डर से बच्चे का कत्ल कर दिया. पुलिस के मुताबिक मृतक के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है जिसमें पहली गिरफ्तारी हुई है. रेयान स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या नहीं, इस बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है.
गौरतलब है कि प्रद्युम्न को उसके पिता ने सुबह 7:55 बजे स्कूल छोड़ा और सवा आठ बजे उन्हें स्कूल से फोन आया कि बच्चे की हालत खराब है. वाशरूम में प्रद्युम्न को दूसरे बच्चों ने खून से लथपथ देखा और स्कूल प्रशासन को इस मामले की जानकारी दी जिसके बाद आनन फानन में प्रद्युम्न को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना से कई गंभीर सवाल खड़े होते हैं. इन स्कूलों में लाखो रूपये फीस दी जाती है, ऐसे में क्या बच्चों की सुरक्षा के प्रति स्कूल प्रशासन की कोई जिम्मेदारी नहीं है? क्या इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल और स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? क्या जिस बाथरूम में ये घटना हुई वहां कोई केयरटेकर नहीं था? स्कूल में चाकू कैसे आया?