नासिक. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फर्रुखाबाद के सरकारी अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला अभी थमा भी नहीं था कि महाराष्ट्र में नासिक के सरकारी अस्पताल में सिर्फ अगस्त में 55 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है.
हालांकि, बाताया ये जा रहा है कि इन सभी बच्चों की मौत इस अस्पताल में सुविधायों की कमी को लेकर हुई है. नासिक के सरकार अस्पताल में पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी के कारण ये मौते हुई हैं.
हालांकि, अस्पताल की तरफ से डॉ जीएम होल ने बताया कि अस्पपताल में 55 बच्चों की मौत की मुख्य वजह ये है कि उनके पास वेंटिलेटर नहीं हैं. डॉ. के मुताबिक, मैटरनल विंग में हमें 21 नए बेड की मंजूरी मिल गई है. लेकिन समस्या ये है कि हमें इसके लिए एक पेड़ काटने की जरूरत है और अब तक इसकी अनुमति नहीं मिली है.
अगस्त में 346 बीमार बच्चे इलाज के लिए लाए गए थे उनमें से 55 को नहीं बचाया जा सका. इस साल अब तक इसी अस्पताल में 187 बच्चों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि इससे पहले यूपी के फर्रुखाबाद में गोरखपुर जैसा कांड देखने को मिला था, जिसमें तीन दिन में 49 बच्चों की मौत की बात सामने आई थी और चार महीने में 101 बच्चों ने अपनी जान गंवाई थीं.
वहीं गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में 48 घंटों में 63 बच्चों की मौत हो चुकी हो गई थी. हैरान करने वाली बात ये है कि यहां भी बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई थी. इस मामले के सामने आने के बाद मीडिया में खूब हलचल मची थी.