नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय का पदभार संभालने के एक दिन बाद ही देश की पहली फुल टाइम महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेना में महिलाओं के शामिल करने का बड़ा कदम उठाया है. रक्षा मंत्रालय ने भारतीय थल सेना में महिलाओं की भर्ती का रास्ता साफ कर दिया है. सेना ने फैसला करते हुए मिलिटरी पुलिस में 874 महिलाओं के शामिल करने एक बड़ा फैसला किया है.
सेना में हर साल 52 महिलाओं की एंट्री मिलिटरी पुलिस होगी. सेना में महिलाओं की एंट्री कॉर्प रैंक से होगी. सेना में ले. जनरल अश्विनी कुमार ने बताया है कि जेंडर से संबंधित आरोपों की जांच के लिए महिला कर्मियों की जरूरत महसूस की जा रही थी. इसलिए सेना ने महिलाओं को शामिल करने का फैसला किया है.
मिलिटरी पुलिस में महिला जवानों को शामिल होने के लिए पुरुषों की तरह 62 हफ्तों की ट्रेनिंग की जरूरत होगी. कुमार ने बताया कि महिलाओं को मिलिटरी पुलिस में शामिल करने की प्रकिया साल 2018 से की जाएगी. साथ ही महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए इसके तौर-तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है. सेना पुलिस में भर्ती होने वाली महिलाओं के लिए सेवा शर्तों को अभी अंतिम रुप दिया जाना है.
थलसेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने जून में दिए एक इंटरव्यू में महिलाओं को शामिल करने को लेकर कुछ संकेत दिए थे. रावत ने कहा था कि थलसेना महिला जवानों को शामिल किया जाएगा. इस पर विचार किया जा रहा है और इस प्रकिया की शुरूआत महिलाओं को सैन्य पुलिस कोर में शामिल करने से होगी.