नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता के एन गोविंदाचार्य ने सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर एक याचिका दाखिल की है. उन्होंने याचिका में कहा है कि रोहिंग्या मुसलमान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं.
याचिका में कहा गया है कि रोहिंग्या मुसलमान न सिर्फ राष्ट्रीय संसाधन पर बोझ हैं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी हैं. राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के नेता के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि देश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमान की पहचान कर इन्हें वापस भेज दिया जाए.
के एन गोविंदाचार्य ने उस याचिका का विरोध किया है जिसमें भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार वापस भेजने के केंद्र सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है.
इससे पहले चेन्नई के एक समूह ‘इंडिक कलेक्टिव’ ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि रोहिंग्या मुसलमान ‘इस्लामिक आतंक’ का चेहरा है और रोहिंग्या मुसलमान को भारत में रहने की इजाजत देना अशांति, हंगामा और दुर्दशा को आमंत्रित करने के समान है.
इंडिक कलेक्टिव ने अपनी याचिका में कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट को यह बताना चाहता है कि रोहिंग्या मुसलमान को भारत में रहने की इजाजत देने से क्या खतरा है. इसलिए रोहिंग्या मुसलमानों से संबंधित मामले में उन्हें भी सुना जाए.
दरअसल म्यांमार ने रोहिंग्या मुसलमान को नागरिकता देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद म्यांमार में हिंसा करने के बाद रोहिंग्या मुसलमान भारत भागकर आ गए हैं और जम्मू, हैदराबार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर आदि जगहों पर अवैध रूप से रह रहे हैं. भारत में करीब 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान अवैध रूप से रह रहे हैं.