नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक फैसला लिया है. जगदीप धनखड़ ने उपसभापति पैनल को पुनर्गठित कर इसमें 50 फीसदी महिला सांसदों को शामिल किया है. उपसभापति पैनल में शामिल होने वाली सभी महिला सांसद पहली बार राज्यसभा पहुंची हैं. ये महिला सांसद हुईं शामिल 8 सदस्यों […]
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक फैसला लिया है. जगदीप धनखड़ ने उपसभापति पैनल को पुनर्गठित कर इसमें 50 फीसदी महिला सांसदों को शामिल किया है. उपसभापति पैनल में शामिल होने वाली सभी महिला सांसद पहली बार राज्यसभा पहुंची हैं.
8 सदस्यों के उपसभापति पैनल में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जिन महिला सांसदों को शामिल किया है, उनमें नागालैंड की पहली महिला राज्यसभा सांसद एस फांगनोन कोन्याक, विख्यात धावक पीटी ऊषा, ओजिशा से राज्यसभा सदस्य सुलता देवी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की डॉ. फौजिया खान शामिल हैं.
Rajya Sabha Chairman, Jagdeep Dhankhar nominates 50% of women members to the panel of Vice-Chairpersons. All four women in the panel are first-time members of the Rajya Sabha
S Phangnon Konyak becomes the first ever woman from Nagaland nominated to the panel of… pic.twitter.com/S7t5GJGU4P
— ANI (@ANI) July 20, 2023
उपसभापति पैनल में चार पुरुष राज्यसभा सदस्य भी शामिल हैं, इनमें राजस्थान भाजपा के नेता घनश्याम तिवाड़ी, कर्नाटक कांग्रेस के डॉ एल हनुमंथैयास, आंध्र प्रदेश के विजयसाई रेड्डी और तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर राय शामिल हैं.
बता दें कि राज्यसभा से सभापति समय-समय पर उच्च सदन के सदस्यों में से कुछ सासंदों को उपसभापति पैनल में शामिल करते हैं. ये सदस्य सभापति और उपसभापति की अनुपस्थिति में राज्यसभा की कार्रवाई को संचालित करते हैं. उपसभापति पैनल में सांसदों को शामिल करते वक्त सभापति सदन में विभिन्न राजनीतिक दलों की संख्या पर विचार करते हैं. परंपरा के मुताबिक इस पैनल में विपक्ष के कुछ सदस्यों का भी चयन किया जाता है.