नई दिल्ली: ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने गए पीएम मोदी मंगलवार को चीन के राष्ट्रपति के साथ द्विपरक्षीय बातचीत करेंगे. विदेश मंत्रालय के मुताबिक शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच मगंलवार सुबह दस बजे द्विपक्षीय बातचीत होगी.
इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी ने शांति और विकास पर जोर देते हुए कहा कि शांति और विकास के लिए आपसी सहयोग बहुत जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षा का मुद्दा भी ब्रिक्स सम्मेलन में उठाया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘ब्रिक्स बैंक ने विकास के लिए कर्ज देना शुरू किया है. ब्रिक्स के पांच देश समान स्तर के हैं. ब्रिक्स देशों पर बदलाव की बड़ी जिम्मेदारी है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने काले धन के खिलाफ जंग छेड़ी है. हमारी सरकार डिजिटल इंडिया पर जोर दे रही है.
सम्मेलन शुरू होने से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सुर बदले हुए लग रहे थे. सम्मेलन के शुरू होने से पहले शी जिनपिंग ने कहा था कि ब्रिक्स देशों को ज्वलंत मुद्दों के समाधान में कूटनीतिक मूल्यों को बनाए रखना चाहिए.
उन्होंने कहा था कि हम ब्रिक्स देशों को वैश्विक शांति और स्थायित्व बरकरार रखने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. बता दें कि पांच देशों का ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आज से शुरू हो गया है.
इससे पहले रविवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम के उद्घाटन भाषण में चिनफिंग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को भू-राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने की प्रक्रिया में रचनात्मक हिस्सा लेकर उचित योगदान करना चाहिए.
उन्होंने कहा, मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि जब हम सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समग्र दृष्टिकोण अपनाएंगे और इसके लक्षण तथा मूल कारणों से निपटेंगे तब आतंकियों के छिपने की जगह नहीं होगी.