नई दिल्ली: अनजान ईमेल से सावधान ! सिर्फ एक मेल आपके कंप्यूटर की धज्जियां उड़ा सकती है. आपका सारा डाटा हैक हो सकता है या डिलीट हो सकता है. नहीं, हम आपको ये सब डराने के लिए बिलकुल नहीं कह रहे हैं. दरअसल दुनियाभर में उत्पात मचा चुका लौकी रैंसमवेयर फिर एक बार सक्रीय हो गया है और इस बार उसका शिकार यूरोप के साथ-साथ भारत भी है.
जेडनेट डॉट काम की रिपोर्ट के मुताबिक 28 अगस्त को रेंसमवेयर ने 23 मिलियन यानी करीब ढ़ाई करोड़ मेल दुनियाभर में भेजी है. रिपोर्ट के मुताबिक ये मेल प्लीज प्रिंट, डॉक्यूमेंट्स या स्कैन के नाम से भेजी गई है. अमेरिका स्थित साइबर सिक्योरिटी फर्म एपप रिवर के मुताबिक 2017 में लौकी रैंसमवेयर का ये अबतक का सबसे बड़ा अटैक है.
रिपोर्ट के मुताबिक मेल के साथ ZIP फाइल जुड़ी है जिसमें मालवेयर पेलोड़ छिपा हुआ है जो वीबीएस फाइल है. इसे एक बार क्लिक करने पर ये लौकी रैंसमवेयर के लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड़ करता है और कंप्यूटर में मौजूद सभी फाइलों समेत पूरे कंप्यूटर को अपनी चपेट में ले लेता है. इसके बाद शुरू होती है फिरौती की डिमांड.
जिनके कंप्यूटर या लैपटॉप को शिकार बनाया जाता है, उनसे बिट क्वाइन के जरिए 0.5 बिटक्वाइन यानी करीब 2300 डॉलर मांगे जाते हैं. इसी में एक खास तरह का सॉफ्टवेयर और होता है जिसे लौकी लौकी डिक्रिप्टर कहते हैं. इस सॉफ्टवेयर के जरिए सारी फाइलें वापस लाई जा सकती है. अगर आप पैसे दे देते हैं तो आप इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर अपनी कंप्यूटर को बचा सकते हैं.
टौर ब्राउजर डाउनलोड़ करने के बाद हैकर ये भी बताते हैं कि आप बिट क्वाइन कैसे खरीदें. इस तरह आप बिट क्वाइन खरीदकर जबतक उन्हें पेमेंट नहीं कर देते, तबतक आपका कंप्यूटर और उसमें मौजूद फाइल खतरें में होंगी. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिसपॉस टीम यानी आईसीईआरटी ने एडवाइजरी जारी कर सभी स्पैम मेल से अलर्ट रहने के लिेए कहा है.
एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि मेल खोलने से पहले सावधान रहें. अटैचमेंट सावधानी से खोलें साथ ही कंपनियों के लिए सुझाव दिया गया है कि वो अपनी कंपनियों के कंप्यूटरों में एंटी स्पैम सॉल्यूशंस लगाएं और स्पैम ब्लॉक लिस्ट को अपडेट करें.