नई दिल्ली : दिल्ली की केजरीवाल सरकार में अहम फेरबदल के तहत मुख्यमंत्री खुद जल मंत्रालय की जिम्मेदारी जल्द संभाल लेंगे. इंडिया न्यूज़ से खास बातचीत में दिल्ली में इस वक्त जल मंत्रालय संभाल रहे राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा है कि एक-दो दिन में सीएम अरविंद केजरीवाल जल बोर्ड की जिम्मेदारी संभाल लेंगे.
ढाई सालों में केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा था. दिल्ली सरकार में मंत्री गौतम ने माना है कि सरकार ने जनता से पानी देने का किया था, लेकिन कुछ अधिकारियों की मिली भगत के कारण नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं, लेकिन अब सीएम की बात सुनेंगे.
केजरीवाल के ढाई साल बाद किसी विभाग को संभालने पर बीजेपी नेती आर पी सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि बड़ी देर कर दी हुजूर आते-आते. सिंह ने कहा कि अधिकारियों से तमीज में पेश आओगे तो काम होगा, तानाशाही और गाली अधिकारियों को दोगे तो काम कौन करेगा.
बता दें कि केजरीवाल ने कपिल मिश्रा को हटाने के बाद गौतम को कैबिनेट में शामिल कर जल विभाग सौंपा था. अहम बात ये है कि दलित कोटे से मंत्री बनने के कुछ दिन बाद ही राजेन्द्र गौतम से पर्यटन विभाग लेकर उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को दे दिया गया था और अब उनसे जल विभाग भी लिया जा रहा है.
गौतम के एक के बाद एक विभागों की कटौती भी सवालों को जन्म देती है. हालांकि वो मंत्री बने रहेंगे, लेकिन अब उनके पास समाज कल्याण और महिला बाल विकास जैसे विभाग ही होंगे. सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने ये महसूस किया है कि दिल्ली में खास तौर पर पिछड़े इलाकों में पानी और सीवर लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.
जानकारी के मुताबिक पानी-सीवर को लेकर मुख्यमंत्री के पास काफी शिकायतें आ रही थीं. ऐसे में सीएम केजरीवाल ने सरकार के बचे हुए कार्यकाल में इस पर सबसे ज्यादा ध्यान देने और तेजी से काम करने का मूड बना लिया है. इसी के मद्देनजर उन्होंने जल विभाग अपने पास रखने का फैसला किया है. यानी दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन अब मुख्यमंत्री केजरीवाल होंगे.
बड़ी बात ये है कि मौजूदा सरकार में केजरीवाल ने अब तक अपने पास कोई विभाग नहीं रखा था. हालांकि इससे पहले 49 दिनों की सरकार में जल विभाग केजरीवाल के पास ही था. शीला दीक्षित ने भी 15 साल तक ये विभाग अपने पास रखा था. दिल्ली में पानी और सीवर का काम दिल्ली जल बोर्ड के पास है.