पटना: रविवार को मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार में जेडीयू के किसी नेता को मंत्री ना बनाने के सवाल पर आखिरकार नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी है. इस पूरी चर्चा का ठीकरा मीडिया पर फोड़ते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू से किसी को मंत्री बनाने पर बात ही नहीं हुई थी, ये कोई विवाद था ही नहीं. उन्होंने कहा कि मीडिया ने बेवजह इस बात को मुद्दा बना दिया. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ मीडिया की अटकलें हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि इस तरह की किसी भी खबर को चलाने से पहले मुझसे पूछ लें. मैं जवाब दूंगा लेकिन आप तथ्य चलाएं, अटकलें ना चलाएं. उन्होंने ये भी कहा कि ‘ हां, मैं जानता हूं कि मीडिया अटकलों वाली खबरें चलाती है लेकिन मैं अपने काम पर ध्यान देता हूं.
गौरतलब है कि कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की थी कि एनडीए में हाल ही में शामिल हुई जेडीयू से कोई मंत्री क्यों नहीं लिया गया? अपने चिर प्रतिद्वंदी लालू प्रसाद यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि देखिए वो मेरे लिए किस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं’
एनडीए के साथ गठबंधन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनका फैसला राज्य की बेहतरी के लिए था. उन्होंने कहा कि राज्य की भलाई के लिए मैने एनडीए से हाथ मिलाया. बाढ़ के हालातों और केंद्र सरकार से मिलने वाली मदद को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा ‘ मैने केंद्र सरकार से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र सरकार से और फंड की मांग की है. उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र सरकार ने अभी जो फंड जारी किया है वो तत्काल मदद के लिए है.
उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित 4 लाख 92 हजार लोगों को तत्काल मदद के लिए 6 हजार रूपये दिए गए हैं. सृजन घोटाले पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं ही वो शख्स हूं जिसने सृजन घोटाले को जमीन से खोदकर बाहर निकाला और जनता के सामने रखा.