ग्वालियर. कोटरा रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ा रेल हादसा होने से बचा. ये हादसा कीमैन की वजह से टल गया. झांसी से ग्वालिर के बीच कोटरा स्टेशन के पास रेल ट्रेक का एक हिस्सा टूटा हुआ था. जिसे कीमैन ने देख लिया और लाल झंडी लेकर ट्रेक पर दौड़ने लगा जिसे ट्रेन ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाते हुए ट्रेन रोक दी.
रेलवे ट्रेक पर अपने दोस्तों के साथ गश्त कर रहे कीमैन ने टूटी पटरी को देखते ही समता एक्सप्रेस को लाल झण्डी दिखाकर रोक लिया. कीमैन की हाजिरजवाबी की बदौलत आज एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया. मीडिया के अनुसार किमैन का नाम उमराज मीणा बताया जा रहा है.
उमराज मीणा टूटे हुए ट्रेक से एक किलोमीटर दूर काम कर रहे थे. कीमैन की जैसे ही नजर टूटी हुई पटरी पर पड़ी तो उन्होंने अन्य लोगों को इसकी सूचना दी. इसके बाद कोटरा स्टेशन के मास्टर एमएल मीणा के अलावा डबरा स्टेशन मास्टर केएस मीणा, रेल पथ निरीक्षण आईबीएस चौहान और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद वहां करीब 2 घंटे तक आवागमन अवरुद्ध रहा.
विशाखापट्टनम से हजरत निजामुद्दीन की ओर जा रही समता एक्सप्रेस रविवार सुबह झांसी से ग्वालियर के लिए रवाना हुई थी. जैसे ही रेलवे ट्रेक की टूटने की खबर मीणा ने दी उसके बाद समता एक्सप्रेस को बैक कर डाउन लूप लाइन से रवाना किया गया. इस घटना से कई घंटो तक रेल मार्ग बाधित रहा. लेकिन पटरी को ठीक करने के बाद फिर से आवागमन चालू हो सका.
गौरतलब है कि 2017 में ही अब तक कई बड़े हादसे हो चुके हैं. हाल में ही उत्कल एक्सप्रेस में 24 लोगों की मौत हुई थी. वहीं 21 जनवरी को हीराकुंड एक्सप्रेस हादसे में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. इससे पहले भी यूपी के महोबा में महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी जिससे 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थें. इसी महीने 7 मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में बम फटा था, जिसमें 10 लोग घायल हो गए थे.