फर्रुखाबाद : यूपी के गोरखपुर में पिछले महीने एक हादसे में कई बच्चों ने अपनी जान गंवाई, ऐसा ही मामला फर्रुखाबाद में सामने आया है. राममनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में पिछले कुछ महीनो में लगातार कई बच्चों की मौत हुई.
जिलाधिकारी ने 30 अगस्त को वार्ड का निरीक्षण कर इस मामले में जानकारी ली थे, उन्होंने बताया कि 20 जुलाई से 20 अगस्त के बीच 49 शिशुओं की मौत बीमारी के चलते हुई लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण और इलाज में लापरवाही के कारण बच्चों की मौत हुई थी.
राम मनोहर लोहिया राजकीय अस्पताल में 49 बच्चों की मौत के मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि ये दुखद घटना बताते हुए कहा कि राज्य सरकार से संपर्क नहीं हो सका है लेकिन,जो भी दोषी होगा उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
मामले की हुई जांच
डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर की टीम ने पूरे मामले की जांच की, जिला प्रशासन की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि बच्चों की मौत लापरवाही के कारण हुई है. बता दें कि पिछले चार महीनों में कुल 101 बच्चे अपनी जिंदगी की जंग हार चुके हैं, इस मामले में CMO,CMS और डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दायर कर लिया गया है.
क्या था गोरखपुर हादसा
यूपी के गोरखपुर में मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं, 48 घंटों में 63 बच्चों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के पीछे की वजह भले ही आधिकारिक तौर पर नहीं बताई जा रही है लेकिन इसके पीछे ऑक्सीजन की कमी होने का कारण है. योगी सरकार ने जांच कर सख्त कार्रवाई के भी आदेश दे दिए हैं.
फर्रुखाबाद के राम मनोहर लोहिया राजकीय अस्पताल में 49 बच्चों की मौत के मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि ये दुखद घटना बताते हुए कहा कि राज्य सरकार से संपर्क नहीं हो सका है लेकिन,जो भी दोषी होगा उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.