नई दिल्ली: सुरेश प्रभु का रेल मंत्री पद छोड़ना तय हो गया है. राष्ट्रपति भवन में कैबिनेट शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद सुरेश प्रभु ने ट्वीट करते हुए रेलवे के सभी 13 लाख कर्मचारियों को धन्यवाद दिया है. सुरेश प्रभु ने अपने ट्वीट में लिखा है रेलवे के सभी 13 लाख कर्मचारियों को धन्यवाद, यहां की यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी.
सुरेश प्रभु के इस ट्वीट के बाद यह तो साफ हो गया है कि वे अब रेलवे मंत्री नहीं रहेंगे. हालांकि मोदी कैबिनेट विस्तार से पहले इस बात की चर्चा चल रही थी कि कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं. अधिकारिक रूप से अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि सुरेश प्रभु अब कौन से विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे या फिर नया रेल मंत्री कौन होगा. लेकिन इतना तो साफ हो गया है कि सुरेश प्रभु की जगह कोई दूसरा लेगा.
सुरेश प्रभु ने रेल मंत्रालय की कमान नवंबर 2014 में संभाली थी. उससे पहले सदानंद गौड़ा रेलमंत्री थे. बीते कुछ महीनों में रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु की कुर्सी पर खतरे के बादल मंडराने लगे थे और अब उन्होंने खुद साफ कर दिया कि वो जा रहे हैं.
ट्रेन हादसे के बाद की थी इस्तीफे की पेशकश
अगस्त महीने में मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास बड़ा ट्रेन हादसा हो गया था. कलिंग उत्कल एक्सप्रेस की 6 बोगियां पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद रेल मंत्री ने इस्तीफे की पेशकश की थी. इसको लेकर वे पीएम मोदी से भी मिले थे. खुद ट्वीट कर बताया था कि वे ट्रेन एक्सिडेंट की जिम्मेदारी लेते हुए पीएम से मुलाकात की है, पीएम ने उनको इंतजार करने को कहा है.