नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट में रविवार सुबह बड़ा फेरबदल होने जा रहा है. इस फेरबदल को बीजेपी के 2019 के चुनावी अभियान की नजर से भी देखा जा रहा है. सूत्रों की मानें तो पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में 9 नए चेहरे शामिल हो सकते हैं. राष्ट्रपति भवन में सुबह 10:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा, जहां नए मंत्रियों की शपथ दिलाई जाएगी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर केंद्रीय मंत्रिमंडल के नए मंत्री रविवार सुबह 10.30 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू और शिवसेना के कोटे से भी मंत्री होंगे, मगर कौन होंगे ये अभी तक साफ नहीं है. कहा जा रहा है कि नए फेरबदल में मंत्रियों के नाम को काफी सीक्रेट रखा गया है.
सूत्रों के मुताबिक अनंत हेगड़े, शिवप्रताप शुक्ला और हरदेव सिंह पुरी को मंत्री बनाया सकता है. वहीं मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह और पूर्व गृह सचिव और बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह, हरदीप पुरी, अश्विनी चौबे, गजेंद्र सिंह शेखावत और वीरेंद्र कुमार खटीक को भी मंत्री बनाया जा सकता है. सभी को दिल्ली बुला लिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, इस फेरबदल में निर्मला सीतारमन और धर्मेंद्र प्रधान को प्रमोशन भी मिल सकता है. नितिन गडकरी को रेल मंत्री बनाए जाने की अटकलों में दम नहीं है. यानी वह रेल मंत्री नहीं बनेंगे. प्रधानमंत्री मोदी, गडकरी के मौजूदा मंत्रालय यानी सड़क एवं परिवहन मंत्रालय में उनके कामकाज से खुश हैं.
बता दें कि अब तक बीजेपी के 6 मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. इस्तीफा देने वालों में राजीव प्रताप रूडी, महेंद्र पांडे, कलराज मिश्र, संजीव बालियान, फग्गन सिंह कुलस्ते और बंडारू दत्तात्रेय हैं. इसके अलावा ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं. इसमें रेल मंत्रालय सबसे आगे है.
माना जा रहा है कि सुरेश प्रभु से रेल मंत्रालय वापस लिया जा सकता है और उनकी जगह चौधरी बिरेंदर सिंह को रेल मंत्रालय का पदभार दिया जा सकता है. वहीं कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जाने की चर्चा है, इनमें रेल मंत्री सुरेश प्रभु और इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का नाम आ रहा है.
सूत्रों की मानें तो कायास ये भी लगाए जा रहे हैं कि इस कैबिनेट में फेरबदल में शिवसेना और जदयू को शामिल नहीं किया जाएगा. बताया जा रहा है कि जदयू जहां पहले एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री पद पर मान गई थी वहीं वो विभागों को लेकर खुश नहीं है. उसे रेलवे जैसा बड़ा मंत्रालय चाहिए. वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सत्ता के भूखे नहीं हैं. खबर है कि इन दोनों पार्टियों से किसी तरह का संपर्क नहीं साधा गया है.