गोरखपुर : उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गोरखपुर बीआरडी अस्पताल में इन्सेफेलाइटिस वार्ड के प्रभारी रहे डॉक्टर काफिल खान को गिरफ्तार कर लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक काफिल अहमद खान को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है.
बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से अगस्त में पांच दिनों के अंदर 70 बच्चों की मौत को लेकर काफिल खान के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है. इससे पहले सरकार ने इस मामले में काफिल खान को निलंबित कर दिया था.
यूपी सरकार के आदेश के अनुसार 24 अगस्त को गोरखपुर अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें से एक नाम काफिल खान का भी था. एफआईआर में काफिल खान के अलावा अस्पताल के प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव मिश्रा, उनकी पत्नी पूर्णिमा शक्ला, डॉ. सतीश कुमार, मुख्य फार्मासिस्ट गजानन जायसवाल, उदय प्रताप शर्मा, संजय कुमार त्रिपाठी और सुधीर कुमार पांडेय का भी नाम था.
जिला प्रशासन और बाद में चीफ सेक्रेटरी की ओर से की गई जांच में काफिल खान को इंडियन मेडिकल काउंसिल के मानदंडों का पालन नहीं करने का आरोपी पाया गया है. जांच में यह भी सामने आया है कि काफिल खान ने प्रॉपर प्रोसेस फॉलो किए बिना ठीक उसी दिन छुट्टी ली थी जिस दिन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हुई थी.
बता दें कि शुक्रवार को एफआईआर में जिन लोगों का नाम है उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. वहीं राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी को पहले ही 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में सिर्फ अगस्त महीने में 290 बच्चों की मौत हो गई है. इनमें से 213 बच्चों की मौत एनआईसीयू में और 77 मौत इंसेफलाइटिस वार्ड में हुई हैं. ये जानकारी कॉलेज के प्राचार्य पीके सिंह ने दी.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह ने कहा कि अस्पताल में इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी हैं.