सिर्फ बच्चे ही नहीं पैरेंट्स भी अपना फोन चेक करते रहें, कहीं ब्लू व्हेल गेम डाउनलोड तो नहीं हो गया

खूनी खेल बन चुके 'ब्लू व्हेल' गेम को लेकर आए दिन नई-नई खबर आती रहती हैं. स्कूल, कॉलेज से लेकर हर जगह ब्लू व्हेल का कहर जारी है. लेकिन इस खेल से जुड़े आज हम आपको एक और नई बात बताने जा रहे हैं.

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सिर्फ बच्चे ही नहीं पैरेंट्स भी अपना फोन चेक करते रहें, कहीं ब्लू व्हेल गेम डाउनलोड तो नहीं हो गया

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  • September 1, 2017 5:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: खूनी खेल बन चुके ‘ब्लू व्हेल’ गेम को लेकर आए दिन नई-नई खबर आती रहती हैं. स्कूल, कॉलेज से लेकर हर जगह ब्लू व्हेल का कहर जारी है. लेकिन इस खेल से जुड़े आज हम आपको एक और नई बात बताने जा रहे हैं.
 
इस खूनी खेल से बच्चे ही नहीं पैरेंट्स को भी बच के रहना जरूरी है. हो सकता है कि कहीं बच्चों के मां-पिता के फोन में भी ये गेम डाउनलोड हो गया हो. इसलिए जरूरी है कि समय-समय पर मोबाइल चेक कर लेना चाहिए. आज हम आपको इसी से संबंधित एक हैरान कर देने वाली घटना बताने जा रहे हैं.
 
दिल्ली की रहने वाली प्रियंका बंसल ने अपनी भांजी की कहानी बताते हुए कहा कि ‘मेरी भांजी अक्सर फोन में गेम डाउनलोड करके खेलती है. एक दिन स्कूल से आई और अपनी मम्मी को कहने लगी मां ब्लू का स्पेलिंग बताओ. उसकी मां ने आराम से उसको स्पेलिंग बता दिया फिर कुछ देर बाद कहती है कि मां व्हेल का स्पेलिंग बताना.
 
उसकी मां अपने काम में इतनी ज्यादा बीजी थी कि वह अपनी बेटी के इन सवालों को बिना समझे उसे बता दिया. उन्होंने बताया कि एक दिन रात के करीब 10 बजे जब घर के सभी लोग सोने की तैयारी कर रहे थे. तभी मेरी भांजी ने पूछा- बुआ ब्लू व्हेल गेम क्या है ?
 
उसके मुंह से इस सवाल को सुनकर मैं बहुत हैरान हो गई क्योंकि वह काफी छोटी है. मैं इतनी हैरान थी कि मैंने एक बार कन्फर्म करने के लिए फिर से पूछा कि बेटा तुम ‘व्हेल’ के बारे में पूछ रही हो. लेकिन उसने फटाक से जवाब दिया कि नहीं ‘मैं नया गेम ब्लू व्हेल के बारे में पूछ रही हूं और उसने दिखाया मैं ब्लू व्हेल गेम की बात कर रही हूं.
 
ये सुनते ही मैं अंदर से डर गई और मैंने पूछा तुमने क्यों इस गेम को डाउनलोड किया? ये तो भूतवाली गेम है क्योंकि मैं बहुत डर गई थी. ‘मैंने इस गेम को भूत इसलिए भी बताया क्योंकि अगर हमें बच्चों को किसी खतरनाक चीज से दूर रखना है तो हम उसको भूत का नाम देते हैं.
 
मेरा ये भूत वाला ट्रिक मेरी भांजी पर काम कर गया. इस बात पर मेरी भांजी चिल्ला-चिल्ला कर रोने लगी और कहा कि मेरे से गलती हो गई कि मैंने ये गेम डाउनलोड कर लिया और अब मुझे इस गेम का भूत डराता है. ये सुनकर हमलोग बहुत डर गए और इस बात से हैरान थे कि इस छोटी सी बच्ची ने कैसे इतना खतरनाक गेम खेलना शुरु कर दिया ?
 
ये बात सुनते ही हम ने घर के सारे डिवाइस चेक किये कि किसमें ये गेम डाउनलोड है. काफी इधर-उधर चेक करने के बाद पता चला कि बच्ची ने अपने पापा के फोन में गेम डाउनलोड किया था.
 
 
हमने बच्ची से पूछा कि तुम्हें इस गेम के बारे में जानकारी कहां से मिली? तब उसने बताया कि स्कूल के बस में 2 भईयां सभी बच्चों को बोल रहे थे कि इस गेम को सभी बच्चे डाउनलोड करो और डिलीट मत करना. साथ ही उन्होंने ये बोला कि ये गेम बहुत फनी और मजेदार है.
 
ये बात सुनकर हमें लगा कि स्कूल के किसी सीनियर स्टूडेंट ने कहा होगा लेकिन हैरानी तो तब हो गई जब बच्ची ने बताया कि दोनों भईयां 4थेेे और 5वीं क्लास में पढ़ते हैं और हमारी बच्ची खुद अभी 1 क्लास में है.
 
 
हमारी बच्ची इस गेम के बारे में बात करते हुए बार-बार रो रही थी और बोल रही थी कि वह बस से स्कूल नहीं जाएगी. बच्ची का ये हाल देखकर हम सभी बार-बार पूछ रहे थे कि कहीं दूसरे बच्चों ने उसे कुछ और भी बोला है क्या जितना वो बता रही है.
 
बच्ची का हाल बेहाल देखकर मैंने उसे गले लगाया और शांत किया और पूछा कि तुम मुझे इस गेम के बारे में अभी क्यों बता रही हो ? दोपहर में क्यों नहीं बताई ? बच्ची ने कहा कि मैं भईया की तरह ये गेम अच्छे से खेलना चाहती थी लेकिन ये बहुत खतरनाक गेम हो गया.
 
मैंने पूछा किस तरह का खतरनाक ? तब उसने बताया कि गेम को खोलने पर एक बड़ी सी व्हेल थी और उसकी बॉडी में मास्क जैसा कुछ था तो ये देखकर मैं डर गई. बच्ची की सभी बातों को सुनने के बाद जब मैंने एप खोला तो इंस्ट्रक्शन में लिखा था कि आपको वर्चुअल डिवाइस चाहिए तो आगे बढ़िए.
 
 
गेम की इंस्ट्रक्शन पढ़कर मुझे आश्चर्य हुआ कि ये खून खेल भी वैसा ही था जैसा बिल्कुल रियल फनी गेम का होता है. मैंने इस गेम को फोन से डिलीट किया. इनफेक्ट इतनी डर गई थी कि मैंने फोन हिस्ट्री से लेकर एप स्टोर तक से डिलीट कर दिया. लेकिन कहीं न कहीं दिमाग में ये बात आ रही थी कि ये तो बच्ची है इसे नहीं पता कि गेम को कैसे ऑपरेट करें या इसके इंस्ट्रक्शन को फॉलो करें.
 
आगे प्रियंका कहती हैं कि भगवान का शुक्र है कि कुछ बड़ी घटना नहीं हुई और शुरु में ही हमें इस बात का पता चला गया. लेकिन मैं उन लड़कों के लिए परेशान हूं जिन्होंने ये गेम खेलना शुरु कर दिया है. हमें स्कूल प्रिंसिपल को इन्फॉर्म किया है कि इन मासूम बच्चों के माता-पिता से बात कर उन्हें भी सचेत करें. ताकि किसी भी दुर्घटना को होने से पहला रोका जा सके. हमें सभी पैरेंट्स से गुजारिश है कि फोन को लॉक लगाकर बच्चों से दूर रखें.
 
 
बता दें कि पिछले दिनों  तमिलनाडु के मदुराई में इस स्टूडेंट विग्नेस ने खेल खेलते हुए फांसी लगा ली थी, जिसके शव को फांसी के फंदे से लटका पाया गया था. शव को नीचे उतारने के बाद छात्र के हाथ पर ब्लू-व्हेल का निशान देख सभी चौंक गए थे. अभी तक ब्लू व्हेल को लेकर कई घटना सामने आ चुकी है.

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