नई दिल्ली. साध्वी यौन शोषण मामले में जेल की हवा खा रहे रेपिस्ट राम रहीम अगर जेल नहीं जाता, तो वो पद्म पुरस्कार से भी नवाजा जा सकता था. गुरमीत राम रहीम पद्म पुरस्कार के फिराक में था. राम रहीम को पद्म पुरस्कार 2017 देने के लिए 4200 से अधिक लोगों ने सिफारिश की थी.
हैरान करने वाली बात है कि रेपिस्ट राम रहीम ने इस पद्म पुरस्कार के लिए पांच बार अपना नाम प्रस्तावित किया था. इस तरह से देखा जाए तो राम रहीम ने इस पुरस्कार को पाने के लिए पूरी तरह से अपने समर्थकों को फिल्डिंग सजा ली थी. अगर रेप के मामले में वो जेल नहीं जाते तो हो सकता है कि वो इस बार पद्म पुरस्कार भी पा लेता.
पद्म पुरस्कार 2017 के लिए नामांकन या सिफारिशों की सूची के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय को 18,768 आवेदन प्राप्त हुए. पीटीआई को मिले दस्तावेज के अनुसार, सर्वाधिक 4208 सिफारिशें विवादास्पद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को तीन पद्म पुरस्कारों में से कोई भी प्रदान करने के लिये मिलीं. इनमें से दो सिफारिशें हरियाणा के हिसार से ‘सेंटगॉर्ज विलियम सोनेट’ और ‘इंडिया सेंटगॉर्ज’ से भी मिलीं.
सभी सिफारिशें ‘संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसां’ के नाम से ही थी. लगभग सभी सिफारिशें हरियाणा के सिरसा से आई थीं, जहां डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय है. रेपिस्ट राम रहीम ने खुद पांच बार अपने नाम की सिफारिश की थी. जहां तीन बार उसका पता सिरसा का था, वहीं दो अन्य आवेदनों में एक बार हरियाणा के हिसार का और एक बार राजस्थान के गंगानगर का पता था, जहां उसका जन्म हुआ था.
हैरान करने वाली बात ये है कि जिन लोगों ने राम रहीम के नाम की सिफारिश की थी, उन सभी के नाम सिंगल वर्ड में ही हैं, जैसे- आभा, आदित्य, अकबर, मिल्की, गजल, कोमल आदि. बता दें कि 28 अगस्त को दो साध्वियों से रेप के मामले में गुरमीत राम रहीम को 20 साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी. साथ ही उसके ऊपर 30 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था.
बता दें पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामले, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान और असाधारण उपलब्धि के लिये दिए जाते हैं. पद्म पुरस्कारों के लिये कोई भी किसी को भी नामित कर सकता है. पद्म पुरस्कारों को यानी पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है.
इस मामले में फैसले के दिन 25 अगस्त को हिंसा की भी खबरें आईं थी, जिनमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. बता दें कि इस साल 29 अगस्त को पद्म अवार्ड 2017 से करीब 89 लोगों को सम्मानित किया गया.