लखनऊ: योगी सरकार अब हाई-टेक तौर-तरीकों से उत्तर प्रदेश के मदरसों पर नजर रखने वाली है. मदरसों की निगरानी जीपीएस की मदद से की जाएगी. यूपी के मदरसों में पढ़ने वाले फर्जी स्टूडेंट्स और कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए योगी सरकार ने नई शुरुआत की है. मदरसों में गड़बड़ियों को रोकने के लिए अब जीपीएस सिस्टम के जरिए सरकार 24 घंटे निगरानी करेगी.
योगी सरकार ने यूपी में चलने वाले करीब 16 हजार मान्यता प्राप्त मदरसों को इसे लेकर फरमान जारी किया है. इसमें सरकार ने इन मदरसों से क्लासरूम का नक्शा, बिल्डिंग की फोटो, टीचर्स के बैंक एकाउंट की जानकारी और सभी कर्मचारियों के आधार कार्ड की डीटेल सरकार के पोर्टल पर जल्द से जल्द अपलोड करने को कहा है.
योगी सरकार ने मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार को निर्देश दिया है कि वो सभी 16 हजार मदरसों की जियो-टैगिंग करे. जियो टैग के जरिए सरकार मदरसों के विकास कार्य और खर्चों पर सीधी नजर रख सकेगी. जियो टैगिंग के बाद सभी मदरसे एक यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन यानी UDISE कोड से जुड़ेंगे.
सरकार के आदेश में कहा गया है कि अगर मान्यता प्राप्त मदरसे सरकारी अनुदान और मान्यता को जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें सरकार की नई वेबसाइट madarsaboard.upsdc.gov.in पर 15 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. कर्मचारियों के आधार कार्ड की डीटेल सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने के लिए भी कहा गया है.
नए आदेश के तहत मदरसों के कर्मचारियों के बैंक अकाउंट्स की भी जांच की जाएगी. इसके बाद ही शिक्षकों और कर्मचारियों को तनख्वाह दी जाएगी. सरकारी पोर्टल पर मदरसों की तरफ से जो जानकारी दी जाएगी, उसकी जांच जिला अल्पसंख्यक अधिकारी करेंगे. इसके बाद किसी भी डेटा में बदलाव करने की इजाजत नहीं होगी.