सिरसा: साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने बाबा राम रहीम को बीस साल की सजा सुनाई है. गुरमीत राम रहीम के परिवार में मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को लेकर बुधवार को बड़ा खुलासा हुआ है. हनीप्रीत को लेकर परिवार में खासा विवाद चल रहा है. गुरमीत के परिवार का कोई भी शख्स हनीप्रीत को पसंद नहीं करता है.
गुरमीत के बेटे जसमीत सिंह की पत्नी के चचेरे भाई भूपेंदर गोरा ने ये बड़ा खुलासा किया है. भूपेंदर सिंह ने कहा है कि उनकी बहन बाबा के करतूत को देखकर सालों से घुटन महसूस कर रही है. राम रहीम के उत्तराधिकारी पर इंडिया न्यूज़ भूपिंदर गोरा की चचेरी बहन की शादी राम रहीम के बेटे जसमीत से हुई है. भूपिंदर 7 साल तक डेरा का अनुयायी भी रहा है. यही नहीं, पहली बार परिवार के बीच का कोई शख्स टीवी पर राम रहीम के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही खींचतान पर खुलासा कर रहा है.
भूपिंदर के मुताबिक राम रहीम को डर है कि उसने अपना उत्तराधिकारी बना दिया तो उसे कोई पूछेगा नहीं और वो जेल में सड़ता रहेगा. लिहाज़ा, वो किसी को उत्तराधिकारी बनाने की बजाए हनीप्रीत के जरिए या फिर अपने खास लोगों के ट्रस्ट के जरिए डेरा को चलाएगा.
बता दें कि डेरा की संपत्ति करोड़ों में है और इस संपत्ति को लेकर परिवार में खींचतान मच गई है. राम रहीम के परिवार की बात करें तो उसकी दो बेटियां हैं. अमरप्रीत कौर इंसां और चरनप्रीत कौर इंसां. जबकि एक बेटा है जसमीत इंसां. राम रहीम की मां नसीब कौर चाहती हैं कि उनका पोता जसमीत डेरा की कमान संभाले. हालांकि डेरे के नियम के मुताबिक परिवार का सदस्य डेरा प्रमुख नहीं बन सकता है.
ऐसे में राम रहीम अपनी पसंदीदा हनीप्रीत को कमान सौंप सकते हैं. हनीप्रीत को राम रहीम ने गोद लिया था और वो उसकी मुंहबोली बेटी है. हालांकि दोनों के संबंधों को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इसके अलावा एक और नाम है जो चर्चा में है. वो नाम है ब्रह्मचारी विपसना का. विपसना डेरे की चेयरपर्सन है. विपसना गुरमीत के करीब होने के साथ ही, परिवार की सदस्य भी नहीं है इसलिए उत्तराधिकारी के तौर पर उसका दावा मजबूत हो सकता है.
बता दें कि बाबा राम रहीम के अपनी ही बेटी हनीप्रीत के साथ नाजायज संबंध थे. इस बात का खुलासा खुद बाबा की बेटी के पति विश्वास गुप्ता ने किया था. विश्वास गुप्ता का कहना था कि दुनिया को धोखा देने के लिए बाबा ने मेरी पत्नी हनीप्रीत को अपनी बेटी बना लिया और उसके साथ अवैध संबंध बनाए. ताकि दुनिया उस पर कोई उंगली न उठा सके.