मुजफ्फरनगर. पिछले सप्ताह मुजफ्फरनगर जिले के खतौली रेल हादस में रेलवे ने बड़ी कार्रवाई की है. रेलवे प्रशासन ने सख्त एक्शन लेते हुए 13 रेल कर्मियों को प्रथम दृष्टया दोषी मान कर सेवा से बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि पिछले सप्ताह खतौली के पास कलिंग-उत्कल ट्रेन के कई डब्बे पटरी से उतर गये थे, जिनमें 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
नॉर्दर्न रेलवे प्रशासन ने जिन 13 कर्मचारियों को बर्खास्त किया है उनमें से 11 ट्रैकमेन, एक पाथ वे इंजीनियर और एक हैमरमैन शामिल हैं. बता दें कि ये हादसा इतना भयावह था कि 200 से अधिक लोग इसमें घायल हो गये थे.
खतौली हादसे में रेलवे इससे पहले भी कार्रवाई कर चुकी है. रेलवे ने GM, DRM समेत 8 अधिकारियों पर गाज गिराई गई है. खतौली हादसे को लेकर रेलवे के चार इंजीनियर्स को निलंबित कर दिया गया. वहीं एक अधिकारी का तबादला किया गया है. इसके अलावा, नॉर्दन रेलवे के GM, दिल्ली डिवीजन के DRM और रेलवे बोर्ड के इंजीनियरिंग मेंबर को जबरन छुट्टी पर भेजा गया है.
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त कलिंग उत्कल एक्सप्रेस की रफ्तार 105 किलोमीटर प्रति घंटे थी. अगर वक्त रहते अगर ट्रेन ड्राइवर को चेतावनी सिग्नल मिल गई होती तो शायद ड्राइवर ट्रेन की रफ्तार धीमी कर लेता और हादसा टल सकता था.