नई दिल्ली: यूपी में योगी सरकार मदरसों को लेकर एक के बाद एक फरमान जारी कर रही है. पहले यूपी के सभी मदरसों में स्वतंत्रता दिवस समारोह की वीडियोग्राफी के आदेश दिये थे. इसके बाद सभी मदरसों को सरकारी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा था और अब योगी सरकार प्रदेश के मदरसों पर खास निगरानी रखने के लिए GPS की मदद लेगी.
यूपी में योगी सरकार मदरसों को लेकर एक के बाद एक फरमान जारी कर रही है. पहले 15 अगस्त को मदरसों में तिरंगा फहराने की रिकॉर्डिंग के आदेश जारी किए थे हालांकि ज्यादातर मदरसों ने तिरंगा भी फहराया और राष्ट्रगान भी गाया. 18 अगस्त को प्रदेश के सभी मदरसों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने का निर्देश दिया.
19 अगस्त को मदरसा पोर्टल लॉन्च किया ताकि मदरसा शिक्षा बोर्ड से जुड़े तमाम मदरसों में होने वाली अनिमितताओं अवैध गतिविधियों और करप्शन को रोका जा सके और इसी कड़ी में अब यूपी सरकार राज्य के मदरसों पर खास निगरानी रखने के लिए GPS की मदद लेगी.
सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि मदरसों में नकली स्टूडेंट्स और कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है. राज्य सरकार ने मदरसों से क्लास रूम के मैप, इमारत की तस्वीरें और टीचर्स के बैंक अकाउंट भी मांगे हैं. कर्मचारियों के आधार कार्ड की डीटेल सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने के लिए भी कहा गया है.
यूपी सरकार ने मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार को निर्देश दिया है कि सभी 16,000 मदरसों की जियो-टैगिंग की जाए. इसके बाद मदरसों को एक कोड दिया जाएगा और उसी कोड से इन मदरसों को पहचाना जाएगा. यूपी में 6725 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं.
आज इस मुद्दे पर हम महाबहस करेंगे कि आखिर मदरसों पर GPS से नज़र क्यों ? निगरानी से क्या हासिल करना चाहती है योगी सरकार ?
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