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लोकपाल के लिए फिर एक बार आंदोलन करेंगे अन्ना हजारे, पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी

समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर लोकपाल की नियुक्ती को लेकर आंदोलन करने के मूड में हैं. इसे लेकर अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी भरी चिट्ठी भी लिखी है और कहा है कि अगर देश में लोकपाल नहीं लाया गया तो वह फिर से आंदोलन करेंगे.

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  • August 30, 2017 9:21 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली : समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर लोकपाल की नियुक्ती को लेकर आंदोलन करने के मूड में हैं. इसे लेकर अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी भरी चिट्ठी भी लिखी है और कहा है कि अगर देश में लोकपाल नहीं लाया गया तो वह फिर से आंदोलन करेंगे.
 
केंद्र में बीजेपी की सरकार बने हुए तीन साल हो गए हैं और अभी तक लोकपाल नहीं लाया गया है, जिसे लेकर अब अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार को चेतावनी भरी चिट्ठी लिखी है. 
 
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, ‘लोकपाल के लिए मैंने साल 2011 में दिल्ली के रामलीला मैदान में ऐतिहासिक आंदोलन किया था. इस आंदोलन को देखते हुए 27 अगस्त 2011 के दिन भारतीय संसद में ‘Sense of the House’ से रिज्यूलेशन पास किया गया था. जिसमें केंद्र में लोकपाल, हर राज्यों में लोकायुक्त और सिटिझन चार्टर ऐसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर जल्द से जल्द कानून बनाने का निर्णय किया गया था, लेकिन आज छह साल बाद भी भ्रष्टाचार को रोखनेवाले एक भी कानून पर अमल नही हो पाया। इससे व्यथित हो कर मै आज आपको यह पत्र लिख रहां हूं.’
 
अन्ना ने पीएम मोदी को लिखा, ‘आपकी सरकार सत्ता में आने के बाद 3 साल में लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ती के संबंध में तारिख 28/08/2014, 18/10/2014, 01/01/2015, 01/01/2016, 19/01/2017, 28/03/2017 को हमने लगातार पत्राचार किया, लेकिन आपकी तरफ से कार्रवाई के तौर पर कोई जबाव नहीं आया.’
 
समाजसेवी अन्ना हजारे ने पीएम मोदी को चेताते हुए कहा, ‘इसके पहले 28 मार्च 2017 को मैने आपसे पत्र लिखा था कि, अगर लोकपाल और लोकायुक्त कानून पर अमल नहीं होता तो मेरा अगला पत्र दिल्ली में होने वाले आंदोलन के बारें में होगा. उसी पत्र के मुताबिक मैंने समाज और देश की भलाई के लिये दिल्ली में आंदोलन करने का निर्णय लिया हैं.’
 
उन्होंने कहा, ’35 साल से मैं आंदोलन करते आया हूं, लेकिन कभी किसी पक्ष और पार्टी या व्यक्ती के विरोध में आंदोलन नहीं किया है. सिर्फ समाज और देश के हित के लिए आंदोलन करते आया हूं. 3 साल तक मैंने आपकी सरकार को याद दिलाते हुए बार-बार पत्र लिखकर लोकपाल और लोकायुक्त नियुक्ती के लिए और किसानों को अपने खेती में पैदावारी के खर्चे पर आधारीत सही दाम मिले इसलिए लिखा था, लेकिन आपने उसका जवाब ही नहीं दिया और कुछ भी कार्रवाई नहीं की, इसलिए अब मैंने दिल्ली में आंदोलन करने का निर्णय लिया है. जब तक उपरोक्त मुद्दों पर जनहित में सही निर्णय और अमल नहीं होता तब तक मैं मेरा आंदोलन दिल्ली में जारी रखूंगा. अगले पत्र में आंदोलन की तारीख तथा स्थल के बारे में अवगत किया जाएगा.’

 

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