हिसार: संत रामपाल को हिरास कोर्ट ने दो आरपाधिक मामलों में बरी कर दिया है. संत रामपाल के वकील ए पी सिंह ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी. रामपाल इस वक्त देशद्रोही के केस में हिसार जेल में बंद हैं. 18 नवंबर 2014 को सतलोक आश्रम के प्रमुख रामपाल और अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और रास्ता रोककर बंधक बनाने के ये दो मामले हैं.
हिसार कोर्ट रामपाल के खिलाफ उत्पीड़न, सरकारी अधिकारी को बंधक बनाने, दंगा करने और बिना इजाजत लोगों को इकट्ठा करने आदि मामले पर सुनवाई कर रहा है. इन केसों में सिर्फ दो केसों में रामपाल को बरी किया गया है.
गौरतलब है कि नवंबर 2014 में रामपाल ने हरियाणा में अपने हजारों समर्थकों के साथ खुद को आश्रम में बंद कर लिया था. इस दौरान रामपाल को गिरफ्तार करने गई पुलिस की रामपाल के समर्थकों के साथ हिंसक झड़प हुई थी जिसके बाद अर्धसैनिक बलों ने रामपाल के समर्थकों को खदेड़ा था. इस दौरान रामपाल के समर्थकों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां भी चलाई थी. जवाब में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 6 लोगों की मौत हुई थी जिसके बाद पुलिस ने रामपाल को गिरफ्तार कर लिया था. रामपाल पर हत्या, हत्या की कोशिश, देशद्रोह, दंगे कराना और गैरकानूनी तरीके से लोगों को बंधक बनाने का भी आरोप है.
सतलोक आश्रम बरवाला मामले में रामपाल के खिलाफ आधा दर्जन केस दर्ज हैं. रामपाल हिसार की सेंट्रल जेल-2 में बंद हैं. रामपाल और उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज केसों की सुनवाई के लिए सेंट्रल जेल-1 में स्पेशल कोर्ट स्थापित है. रामपाल और उनके समर्थकों के खिलाफ फैसला आने की संभावना के चलते उनके समर्थक हिसार पहुंचे थे, मगर पुलिस ने इनको बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से ही वापस लौटा दिया.
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