लखनऊ : बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हरियाणा और पंजाब में गुरमीत राम रहीम के मामले में डेरा समर्थकों की हिंसा को लेकर पीएम मोदी और केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है. मायावती ने सीएम खट्टर को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए पीएम पर उन्हें बचाने का आरोप लगाया है.
मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथनी और करनी में अंतर है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बर्खास्त न करना यह बताता है कि नरेंद्र मोदी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. मायावती ने कहा कि पीएम ने ‘मन की बात’ में यह कहना कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ढकोसला जान पड़ती है.
मायावती ने कहा कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बावजूद सरकारी संलिप्तता से जिस तरह हिंसा हुई, उसके लिए हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार जिम्मेदार है. मन की बात में अगर कुछ सच्चाई होती तो अब तक हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर को बर्खास्त कर दिया गया होता.
मायावती ने कहा कि पीएम ने लाल किले पर 15 अगस्त को जो बातें कही थी उन पर बीजेपी शासित राज्य सरकारों ने अमल नहीं किया है. उन्होंने मोदी सरकार पर अहंकारी होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वो बदलने को तैयार नहीं वो खुद को संविधान और कानून से ऊपर मानने लगे हैं. उनके ऐसे कार्य देशहित में बिलकुल नहीं.