नई दिल्ली : रोहतक जेल में जब जज ने रेप के मुजरिम राम रहीम को 10 साल की सजा सुनाई तो उसकी हिम्मत जवाब दे गई और फिर राम रहीम फूट-फूटकर रोने लगा और ऐसा होता भी क्यों नहीं. एकाएक राम रहीम से सबकुछ तो छिन गया. ना अरबों की दौलत काम आई और ना 5 करोड़ भक्तों का बवाल. अब 10 तक साल राम रहीम की जिंदगी में कुछ बचा है तो सिर्फ जेल की सलाखें. जेल की सलाखें राम रहीम को बुरे सपने की तरह डरा रही हैं.
5 करोड़ भक्तों के इस कथित संत की पहचान और पता दोनों बदल गए हैं. नई पहचान है कैदी नंबर 1997 और नया पता है रोहतक की सुनारिया जेल. पहचान और पता ही क्या, राम रहीम की पूरी दुनिया की बदल चुकी है. ना पहले जैसे ठाठ-बाट रहे और ना पहले जैसी मौज मस्ती और शायद यही वजह थी कि जज के सामने राम रहीम की हिम्मत जवाब दे गई और वो फूट-फूटकर रोने लगा.
सोमवार को जज ने राम रहीम को 10 साल की सजा सुनाई तो हाथ जोड़कर खड़ा राम रहीम फूट-फूटकर रोने लगा. आखिर रोता भी क्यों नहीं, गुजरा वक्त और आने वाला वक्त दोनों एक साथ राम रहीम की आंखें को सामने जो तैर रहे थे.
राम रहीम हमेशा ही तड़क भड़क के साथ दिखता था. ना जाने दिन में कितना ही बार अपने ड्रेस बदलता था, लेकिन अब एक ही ड्रेस है सफेद कुर्ता पायजमा. जी हां, सजा का ऐलान होते ही राम रहीम को कुर्ता पायजमा दे दिया गया. सिरसा में 700 एकड़ में फैले डेरे और देशभर में 250 से ज्यादा आश्रमों के इस मालिक की दौलत अब क्या है.
राम रहीम को जेल में दो कंबल, एक थाली, एक मग और कुर्ता पायजमा दिया गया है. बस यही पूंजी है राम रहीम की, लेकिन फूट-फूटकर रोने की इतनी ही वजह नहीं है बल्कि जेल में राम रहीम को ना एसी की सुविधा मिलेगी, ना मखमली बिस्तर ही होगा, ना लाखों भक्त सामने होंगे और ना ही अपनी मर्जी से जागने सोने की इजाजत होगी.
आलीशान और सपनों की दुनिया में जीने वाले राम रहीम के लिए इससे बुरा और क्या हो सकता है कि रोहतक की सुनारिया जेल में रहते हुए उसे मजदूरों की तरह काम करना पड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक राम रहीम को खेती, बागबानी, सफाई, कुर्सी बुनाई में से कोई एक काम मिल सकता है. इसके लिए मेहनताना भी दिया जायेगा.