चंडीगढ़: गुरमीत राम रहीम को आज सीबीआई की विशेष कोर्ट से यौन शोषण केस में 10 साल की सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है. इस बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, पार्टी के नेता और मंत्री शामिल होंगे. यह बैठक चंडीगढ़ सीएम आवास पर होगी.
बता दें कि गुरमीत राम रहीम को आज सीबीआई की विेशेष अदालत ने यौन शोषण मामले में दस साल जेल की सजा सुनाई है. राम रहीम को कोर्ट ने साध्वियों का यौन शोषण का दोषी मानते हुए आईपीसी की धारा 376 और 506 के तहत दस साल की सजा सुनाई. सजा के एेलान के बाद राम रहीम कोर्ट रूम में ही बैठकर फूट-फूटकर रोने लगा.
फैसले से पहले कोर्ट ने दोनों पक्षों को अपना अपना पक्ष रखने के लिए दस-दस मिनट का समय दिया. सीबीआई की तरफ से पेश हुए वकील ने राम रहीम के लिए कोर्ट से अधिकतम सजा की मांग की जबकि बचाव पक्ष कम से कम सजा की मांग कर रहा था. इस दौरान राम रहीम जज से रहम की भीख मांगते नजर आए.
क्या है पूरा मामला?
राम रहीम पर यह मामला 15 साल पहले का है. उस वक्त डेरा सच्चा सौदा की एक साध्वी ने राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.
मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने सीबीआई को सितंबर 2002 में मामले की जांच का जिम्मा सौंपा. सीबीआई ने 18 साध्वियों से पूछताछ की जिनमें दो साध्वियों ने यौन शोषण की बात स्वीकार की थी.
एक साध्वी ने बाबा पर यह आरोप लगाया कि शोषण शरीर को ‘पवित्र’ करने की बात कहकर किया गया था. सीबीआई ने जांच पूरी कर 2007 में जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी थी. इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से गवाही और बहस हुई.