रेप केस के दोषी बाबा राम रहीम के लिए ये ‘विष कन्याएं’ करती थीं लड़कियों का इंतजाम
बाबा राम रहीम का काला चिट्ठा एक-एक कर सामने आ रहा है. राम रहीम किस तरह लड़कियों का शोषण करते थे. चार्जशीट में उन लड़कियों का भी जिक्र है, जो राम रहीम की शिष्याएं थीं और साध्वियों को काल ठरी में धकेलती थीं. आज से 15 साल पहले जिस लड़की ने राम रहीम के खिलाफ चिट्ठी लिखी
August 27, 2017 4:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: बाबा राम रहीम का काला चिट्ठा एक-एक कर सामने आ रहा है. राम रहीम किस तरह लड़कियों का शोषण करते थे. चार्जशीट में उन लड़कियों का भी जिक्र है, जो राम रहीम की शिष्याएं थीं और साध्वियों को काल ठरी में धकेलती थीं. आज से 15 साल पहले जिस लड़की ने राम रहीम के खिलाफ चिट्ठी लिखी और फिर सीबीआई ने जो चार्जशीट दायर की. उसमें कई लड़कियों और महिलाओं के नाम हैं.
चार्जशीट में बाबा के उन विष कन्याओं के नाम भी दर्ज हैं जो लड़कियों को चुन-चुन कर बाबा की गुफा में भेजती थीं. चार्जशीट में बाबा के महिला प्रबंधकों की भूमिका बेहद संदिग्ध है. डेरा में किस लड़की को रहना है, गुफा के बाहर किस लड़की को खड़ा होना है. रात के वक्त किस लड़की की ड्यूटी लगनी है और बाबा के पास किसे जाना है. इन सबका हिसाब-किताब आश्रम की महिला प्रबंधकों के पास होता था.
आसाराम की तीन विष कन्याएं थीं ढेल, ढस्सा और बंग्लो. ठीक ऐसी ही बाब के आश्रम में भी विष कन्याएं थीं. राम रहीम की ये विष कन्याएं बाबा की गुफा में लड़कियों को भेजने के लिए साम दाम दंड भेद का इस्तेमाल करती थीं. चार्जशीट में एक लड़की ने कहा कि पहली बार रेप के करीब एक साल बाद डेरा प्रबंधक (विष कन्या) ने मुझे बुलाया और कहा कि बाबाजी ने तुमको गुफा में बुलाया है.
चार्जशीट में महिला ने कहा कि मैं पहली बार की घटना को याद करके डर गई थी और मैंने गुफा में जाने से मना कर दिया, लेकिन प्रबंधक (विष कन्या) ने मुझसे कहा कि अगर तुम नहीं जाओगी, तो तुमको लंगर से खाना नहीं मिलेगा आगे और भी दिक्कत हो सकती है. प्रबंधक (विष कन्या) के लगातार कहने के बाद मैं गुफा में गई.
अगर कोई लड़की बाबा के पास गुफा में जाने से इनकार करती थी तो उसे डराया धमकाया जाता था. डराने धमकाने का ये काम बाबा की वो विष कन्या ही करती थीं, जिसके जिम्मे लड़कियों को चुन-चुन कर बाबा की गुफा में भेजने की जिम्मेदारी होती थी.
बाबा के आश्रम में एक नहीं कई विष कन्याएं थीं. ये हम सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर कह रहे हैं. सीबीआई की चार्जशीट में लिखा है कि एक लड़की ने बताया था कि आश्रम में बाबा की दो गुफा थीं. एक पुरानी बिल्डिंग में और एक नई बिल्डिंग में और दोनो गुफाओं में बाबा बारी बारी से जाता था और बारी-बारी से रात के अंधेरे में लड़कियों को मजबूरन जाना पड़ता था.
एक लड़की ने अपने बयान में कहा है कि जब नई बिल्डिंग की गुफा में उसके साथ बाबा ने रेप किया था तो वो बहुत रोई थी. उसके बाद उसे पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया. पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट होने के एक साल के बाद एक रात फिर महिला प्रबंधक ने उसे गुफा में जाने के लिए कहा.
बाबा की हर विष कन्या को सब कुछ पता होता था कि बाबा गुफा में लड़कियों का रेप करता है. सीबीआई की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि बाबा जब किसी लड़की से नाराज होते थे उसे डराने धमकाने के लिए इन्ही विष कन्याओं का इस्तेमाल करता था.
चार्जशीट के मुताबिक एक लड़की ने कहा – रेप के 5-6 महीने बाद महिला वार्डन (विष कन्या) ने उसे बताया कि बाबा गुरमीत सिंह ने गुफा में बुलाया है. इस बार दिन का वक्त था. जब वो वहां गई तो बाबा गुफा के दरवाजे पर खड़ा था. वो गुफा के अंदर नहीं गई और बाहर से ही बाबा से पूछा उसे क्यों बुलाया है ? बाबा उस पर चिल्लाने लगे और खींचकर ऊपर ले जाने लगे. उसने अपने आपको बाबा से छुड़ाया और बोला कि अगर इस बार जबरदस्ती की कोशिश की तो वो चिल्लाएगी.