पटना. बिहार में भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली में भी भागलपुर का सृजन घोटाला छाया रहा. तेजस्वी से लेकर लालू प्रसाद ने अपने भाषण में इसका जिक्र किया. पटना के गांधी मैदान में लालू यादव ने सृजन घोटाल में सुप्रीम कोर्ट के जज की देख-रेख में सीबीआई जांच की मांग की.
भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि भागलपुर में सृजन घोटाला का सारा कागज मेरे पास आ गया है. अभी परद दर परत खुलने वाला है. सुप्रीम कोर्ट के जज या हाई कोर्ट के जज की देखरेख में सृजन घोटाले की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शील मोदी को मालूम था सारा घोटाला. क्योंकि वो उस वक्त वित्त मंत्री थे.
बता दें कि सत्ता से बाहर होने के बाद पहली बार लालू यादव की पार्टी राजद ने विपक्षियों को साथ लेकर पहली बार पटना के गांधी मैदान में हुंकार भरी है. इस मौके पर लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश का कोई उसूल नहीं है. नीतीश दल बदलू इंसान हैं. ऐसा दलबदलू आदमी मैंने नहीं देखा. अब कोई भी पार्टी इन पर भरोसा नहीं करेगी.
पटना में भाजपा भगाओ और देश बचाओ रैली को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को हम सीएम नहीं मानते हैं.
बिहार में एनडीए के सभी नेता मेरे प्रोडक्ट हैं. नीतीश कुमार पर शरद यादव का आशीर्वाद था. शरद यादव ने ही नीतीश कुमार को मंत्री और सीएम बनाया.
लालू यादव ने कहा कि नीतीश का सच मुझे पहले से पता था. मेरे पार्टी के लोग कहते थे कि नीतीश कुमार धोखा दे सकते हैं तो मैं कहता था कि वो ऐसा नहीं करेंगे. उन्होंने महागठबंधन तोड़कर जनादेश का अपमान किया है और हम सबको धोखा दिया है.
लालू यादव ने जनता को कहा कि आपको सैल्यूट करता हूं कि आपने हमें 80 एमएलए दिया. हम उसूल के पक्के हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को तेजस्वी से जलन थी. नीतीश को तेजस्वी से राजनीतिक खतरा था. नीतीश कुमार का कोई सिद्धांत नहीं है. महागठबंधन में लोगों ने मेरा चेहरा देखकर वोट दिया. नीतीश के मन में खोट था.
लालू यादव ने राष्ट्रपति चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश ने ऱाष्ट्रपति चुनाव में बिहार के साथ धोखा किया. अगर वो बिहार के साथ धोखा नहीं करते तो आज देश की राष्ट्रपति बिहार की बेटी होती.
लालू यादव ने सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि सुशील मोदी को मैं तब से जानता हूं जब वो हाफ पैन्ट पहना करते थे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे मगर भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे. मगर वो बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गये. मुझे अफसोस है कि हाथी रूपी बीजेपी ने नीतीश कुमार को अपने सूंड़ में फंसा लिया.
लालू यादव ने कहा कि जब नीतीश कुमार बीमार पड़ें तो ये समझ लेना चाहिए कि वो कोई खतरनाक काम में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश ने बीमारी का बहाना बना कर दूरी बनाई. नीतीश कुमार की ये अंतिम पलटी है. अब कोई पार्टी विश्वास नहीं करेगी. नीतीश कुमार पर 302 का केस है. आने वाला समय लालू और गठबंधन का है.
लालू यादव ने अपने भाषण से सिपाही को भी साधने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार बनेगी तो सातवां पास भी सिपाही भर्ती में शामिल हो पाएगा. अभी नीतीश कुमार ने सिपाही भर्ती के लिए योग्यता बारहवीं कर रखी है.
लालू ने शराबबंदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी की आड़ में दलित समाज खास कर पासी समाज के 40 हजार गरीब लोगों को जेल में बंद कर रखा है. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार में मुखिया लोगों की दुर्दशा कर दी है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का भेद खुल रहा है.
पीएम नोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए लालू यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने परिवार के सभी सदस्यों पर करवाया. फांसी पर लटक जाएंगे मगर समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ आया नहीं है लाया गया है. भ्रष्टाचार की वजह से बिहार में बाढ़ आई है.
बता दें कि बिहार में लालू प्रसाद ने शक्ति प्रदर्शन के लिए भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली का आयोजन किया. इस बैनर तले विपक्ष को वो एक साथ साधने की कोशिश की. इस रैली में देश के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद, सपा के मुखिया अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, शरद यादव आदि नेता इस मंच पर मौजूद दिखे.