नई दिल्ली: बाबा आसाराम, राम रहीम और रामपाल तीनों में एक समानता है कि उन्होंने करीब करीब एक ही तरीके से राम का नाम बदनाम किया है. लोग उनके पास भक्ति की राम के नाम की तलाश में पहुंचे थे लेकिन इन्होंने राम के नाम को अपना धंधा बना लिया था. इस धंधे की आड़ में उन्होंने कई काले काम किए.
एक एक कर ये तीनों बाबा आखिरकार जेल पहुंच ही गए लेकिन सच ये भी है कि तीनों के नाम में राम था और इनके कुकर्मों से राम का नाम भी बदनाम हो गया. राम नाम की आड़ लेकर भक्तों को ठगने का इनका तरीका भी अलग नहीं था. एक जैसे तरीकों से आसाराम और राम रहीम भक्तों पर अपना जादू चलाते थे. आसाराम बंदरों को खाना खिला कर यह दिखाने की कोशिश करते थे कि जैसे उनके पास कोई चमत्कारी शक्ति है कि जानवर भी उनके पास खिंचे चले आते हैं.
वहीं दूसरी ओर जब राम रहीम के मंच पर मोरनी होती थी और सामने हजारों की भीड़ तो लोगों को यह बताने की जरूरत नहीं होती थी कि कैसे उसकी चमत्कारी शक्ति से जानवर खिंचे चले आते हैं. आसाराम बंदरों को तो राम रहीन मोरनी को दाना खिलाते थे. आसाराम भी अपने चमक दमक वाले मंच सजाकर भक्तों को रिझाता था और राम रहीम तो इस मामले में आसाराम से कोसो आगे था.
आसाराम और राम रहीम दोनों पर रेप का आरोप है और अदालत के आदेश पर दोनों ही जेल काट रहे हैं. राम रहीम पर दो साध्वी ने रेप का आरोप लगाया है. तो वहीं आसाराम पर चार साल पहले 16 साल की नाबालिग ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. रेप के आरोप में इस वक्त दोनों ही जेल काट रहे हैं.