पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इन इलाकों का जायजा लेने के बाद पीएम ने बिहार को 500 करोड़ रुपए की तत्काल सहायता राशि देने का ऐलान किया.
पीएम मोदी शनिवार की सुबह पूर्णिया पहुंचे थे, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने उनका स्वागत किया था. जिसके बाद पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया और राहत एवं बचाव कार्य के बारे में जानकारी भी ली.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी के दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब कई इलाकों में पानी कम हो गया है तब ऐसा हवाई दौरा करने का क्या मकसद है. लालू ने नीतीश कुमार पर हमला बोलेत हुए कहा, ‘बिहार में बाढ़ आया नहीं बाढ़ लाया गया, नीतीश के इंजीनियर बांध काटकर बाढ़ लाए.’
उन्होंने कहा, ‘जब इससे पहले बिहार में बाढ़ आई थी तब मोदी जी ने कभी हवाई सर्वे नहीं किया था और ना ही एक पैसा भी राहत राशि के रूप में दिया था.’
बता दें कि बिहार में बाढ़ से हालत और बिगड़ गए हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 418 तक पहुंच गई है. अभी तक हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं. गांव टापू बन गए हैं और घरों में भी पानी घुस गया है. बाढ़ की इस विभीषिका से बिहार को 19 जिलों में 1.67 लोग प्रभावित हैं.
ये जानकारी खुद आपदा प्रबंधन विभाग ने दी. विभाग के अनुसार राज्य में मौत का आंकड़ा 418 हो गया है. राज्य में 1 लाख 67 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार के सहरसा और मुजफ्फरपुर के अलावा अन्य जिलों में लोगो की मौत की खबरें हैं. राहत की खबर ये है कि सिवान जिलें में बाढ़ के चलते किसी की मौत की खबर नहीं हैं.
आपदा प्रबंधन के मुताबिक, सूबे के करीब 14 जिले बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं. बिहार में विकराल रूप धारण किये हुए बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में 28 NDRF, 16 SDRF की टीमें तैनात की गई हैं. ये टीमें बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित स्थान में लाने का काम कर रही हैं. अकेले अररिया जिले में ही बाढ़ के चलते 87 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा सीतामढ़ी में 43, कटिहार में 40, पश्चिमी चंपारण में 36, पूर्वी चंपारण में 32, मधुबनी में 28, दरभंगा में 26, किशनगंज में 24, माधेपुरा में 22, गोपालगंज में 20, सुपौल में 16 और पूर्णिया में 9 लोगों की मौत हुई है.