नई दिल्ली: मानवता के लिए सच्ची मिसाल बनीं भारत रत्न और नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा का आज जन्मदिन है. मदर टेरेसा को हाल ही में संत की उपाधि भी दे दी गई है. मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 के दिन अल्बेनिया में हुआ था.
मदर टेरेसा बचपन से ही काफी धार्मिक विचारों वाली थीं. यही वजह था कि मात्र 16 साल की उम्र में मदर टेरेसा नन बबन गईं थीं. मदर टेरसा रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी. इससे पहले मदर टेरेसा 1929 में कलकत्ता शिफ्ट हो गईं थीं.
कलकत्ता में रहकर यहां मदर टेरेसा ने 15 तक टीचिंग का काम किया. मदर टेरेसा ने अपनी जिंदगी के 67 साल भारत में लोगों की सेवा में बिता दिए.
उनकी इस सेवा के बदले उन्हें 1979 में उन्हें नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया. जब वह इस पुरस्कार को लेकर वापस लौटीं तो उस समय के बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने उनसे कहा ‘अभी तक आप भारत की मां थीं. अब पूरी दुनिया की मां बन गई हैं.
इसके बाद मदर टेरेसा को 1980 में भारत सरकार ने देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से नवाजा गया. मदर टेरेसा बड़ा ही सादा जीवन व्यतीत करती थीं और हमेशा ही साधारण नजर आती थीं. कहा यह भी जाता है कि मदर टेरेसा के पास सिर्फ 3 साड़ियां थीं. पूरी जिंदगी उन्होंने इसी से काम चलाया.
मदर टेरेसा का निधन 5 सितंबर 1997 को कोलकाता में हुआ था. भारत सरकार ने मरणोपरांत मदर टेरेसा को 4 सितंबर 2016 को संत की उपाधि दे दी.