नई दिल्ली. साध्वी यौन शोषण केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद पंचकुला कोर्ट के बाहर डेरा समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. इस हंगामें पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने हिंसा की निंदा की और तमाम मीडिया को सलाह दी है कि वो डर, घबराहट और तनाव पैदा करने वाली खबरें न दिखाएं.
स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया है कि फंडामेंटल ऑफ एनबीएसए (न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैण्डर्ड अथॉरिटी) की धारा बी की ओर सभी न्यूज चैनलों का ध्यान दिलाना चाहता हैं, घबराहट, तनाव और अनुचित तरीके का डर पैदा करने वाली खबरें दिखाने से मीडिया को बचना चाहिए. इसके साथ स्मृति जुबिन ईरानी ने मीडिया के ओबी वैन और पत्रकारों पर हुए हमलों को निदंनीय और शर्मसार वाला बताया.
बता दें राम रहीम करीब 200 गाड़ियां के काफिले के साथ कोर्ट पहुंचे. सिरसा से लेकर पंचकूला तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. कोर्ट जाने से पहले बाबा राम रहीम ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की थी और कहा था कि लोग कानून का सम्मान करें.
राम रहीम पर यह मामला 15 साल पहले का है. उस वक्त डेरा सच्चा सौदा की एक साध्वी ने राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.
मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने सीबीआई को सितंबर 2002 में मामले की जांच का जिम्मा सौंपा. सीबीआई ने 18 साध्वियों से पूछताछ की जिनमें दो साध्वियों ने यौन शोषण की बात स्वीकार की थी.
एक साध्वी ने बाबा पर यह आरोप लगाया कि शोषण शरीर को ‘पवित्र’ करने की बात कहकर किया गया था. सीबीआई ने जांच पूरी कर 2007 में जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी थी. इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से गवाही और बहस हुई.