पंचकूला : साध्वी यौन शोषण केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद से ही उनके समर्थकों ने पंचकूला समेत कई स्थानों पर हंगामा कर दिया है. डेरा समर्थक जगह-जगह पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक डेरा समर्थकों के उपद्रव की अभी तक 128 घटनाएं सामने आई हैं. इनमें गाड़ियों पर हमला, गाड़ियों में तोड़फोड़, पुलिस पर हमला और मीडिया पर भी हमला हुआ.
– मीडिया पर हमला हुआ. डेरा समर्थकों ने इंडिया न्यूज़ की टीम पर भी डेरा समर्थकों ने हमला किया. इंडिया न्यूज़ के कैमरामेन पर समर्थकों ने हमला किया. इसके अलावा सिरसा में आज तक, टाइम्स नाउ और रिपब्लिक की टीम पर भी हमला हुआ.
– आज तक के रिपोर्टर पर धारदार हथियार से हमला हुआ.
– एनडीटीवी, टाइम्स नाउ, आज तक की ओबी वैन पर हमला किया गया.
– फायर ब्रिगेड की गाड़ियों में आग लगाई गई.
– डेरा समर्थकों ने पंचकुला में करीब 100 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी है तो न्यूज़ चैनल्स की ओबी वैन भी तोड़ दी गई है.
– समर्थकों ने पंचकूला में जीवन ज्योति बिल्डिंग के सामने कई गाड़ियों में आग लगा दी.
– रामा मंडी में टेलीफोन एक्सचेंज को भी आग लगा दी.
– मोहाली में दुकानों में तोड़फोड़ की गई
– शिमला हाईवे पर आम लोगों की गाड़ियों को भी तोड़ा गया है
– समर्थक इस वक्त काफी गुस्से में हैं. वह जगह-जगह पर तोड़ फोड़ कर रहे हैं. डेरा समर्थकों को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं. पंचकूला में हो रही हिंसा में तीन लोगों की मौत भी हो गई है.
– वहीं पंजाब के मानसा और मलोट रेलवे स्टेशन पर भी समर्थकों ने आग लगा दी है.
– इनकम टैक्स ऑफिस में भी हमला हुआ. उसमें आग लगा दी गई
– संगरूर में बिजली घर में आग लगाई गई.
– बठिंडा और मोगा के रेलवे स्टेशनों में आग लगाने की कोशिश
– पंचकूला में लगा कर्फ्यू
-दिल्ली के गोकुलपुरी में भी आगजनी और तोड़फोड़, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ाई गई.
– समर्थकों ने पंजाब के बठिंडा के बलुवाड़ा चौक पर भी आग लगा दी है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पंचकूला, बठिंडा, फिरोजपुर, मनसा में कर्फ्यू लगाया गया है.
पंचकुला की सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को दोषी करार देते हुए 28 अगस्त को सजा की तारीख तय की है. राम रहीम को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है. न्यायिक हिरासत के दौरान राम रहीम सेना की पश्चिमी कमांड के पास रहेंगे.
कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में जुटे राम रहीम समर्थकों ने फैसले के बाद हंगामा शुरू कर दिया है जिनको काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के कुछ गोले दागे हैं. सेना और पुलिस डेरा समर्थकों को हटाने की कार्रवाई कर रही है.
इस बीच न्यायिक हिरासत से बाबा राम रहीम ने डेरा समर्थकों के लिए संदेश जारी किया है और उनसे घर लौटने की अपील की है. राम रहीम ने लोगों से कानून का पालन करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
साध्वी यौन शोषण केस में दोषी करार राम रहीम को सेना ने हिरासत में ले लिया है और वो कोर्ट से सीधे जेल जाएंगे. सजा का ऐलान 28 अगस्त को होगा और जब तक फैसले की कॉपी ना आए तकनीकी रूप से वो ऊपरी अदालत में अपील नहीं कर सकते.
कोर्ट में दोषी ठहराने के फौरन बाद ही सेना की पश्चिमी कमांड ने राम रहीम को हिरासत में ले लिया. सूत्रों का कहना है कि राम रहीम को अंबाला में रखा जाएगा.
जज जब फैसला सुना रहे थे तो कोर्ट के अंदर महज सात लोग मौजूद थे और राम रहीम कोर्ट के भीतर हाथ जोड़कर खड़े थे. कोर्ट रूम में मौजूद तमाम लोगों के फोन को बंद करा दिया गया था.
राम रहीम पर फैसले के मद्देनजर कानून-व्यस्था को कायम रखने के लिए सेना और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जमीन से लेकर हवा तक हालात पर नजर रखी जा रही है. पंचकूला में घारा 144 लागू है. केंद्रीय गृह मंत्रालय भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
डेरा समर्थकों के भारी जमावड़े और राम रहीम को सजा की स्थिति में उपद्रव की आशंका के मद्देनजर कोर्ट ने आदेश दे रखा है कि हालात काबू करने के लिए सेना पूरी तरह अलर्ट रहे. किसी भी हाल में कानून-व्यवस्था नहीं बिगड़नी चाहिए.
अगर जरूरत पड़ती है तो फायरिंग में संकोच न करें. सरकार ने एहतियातन राज्य के ज्यादातर हिस्सों में एसएमएस और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है. कई शहरों में बिजली कटने की भी खबर है.
इससे पहले बाबा राम रहीम करीब 200 गाड़ियां के काफिले के साथ कोर्ट पहुंचे. सिरसा से लेकर पंचकूला तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. कोर्ट जाने से पहले बाबा राम रहीम ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की थी और कहा था कि लोग कानून का सम्मान करें.
राम रहीम पर यह मामला 15 साल पहले का है. उस वक्त डेरा सच्चा सौदा की एक साध्वी ने राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.
मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने सीबीआई को सितंबर 2002 में मामले की जांच का जिम्मा सौंपा. सीबीआई ने 18 साध्वियों से पूछताछ की जिनमें दो साध्वियों ने यौन शोषण की बात स्वीकार की थी.
एक साध्वी ने बाबा पर यह आरोप लगाया कि शोषण शरीर को ‘पवित्र’ करने की बात कहकर किया गया था. सीबीआई ने जांच पूरी कर 2007 में जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी थी. इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से गवाही और बहस हुई.