नई दिल्ली. बीजीपी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश को कांग्रेस मुक्त बनाने का मास्टरस्ट्रोक चल दिया है. शाह ने प्रकाश जावड़ेकर को कर्नाटक और थावरचंद गहलोत को हिमाचल का प्रभारी बनाया है. अरुण जेटली गुजरात के प्रभारी बनाए गए हैं.
इस साल गुजरात, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. कांग्रेस और दूसरी पार्टियों में अभी चुनाव तैयारी के नाम पर कोई सुगबुगाहट तक नहीं दिख रही लेकिन बीजेपी ने प्रभारियों का ऐलान करके माहौल बनाने का पहला तीर चल दिया है.
शाह ने विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अरुण जेटली को गुजरात का प्रभारी बनाया है. साथ ही निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, जितेंद्र सिंह और पीपी चौधरी को भी गुजरात का सह प्रभारी बनाया है. कर्नाटक का प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर को जबकि सह-प्रभारी पीयूष गोयल को बनाया गया है. हिमाचल प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष ने थावरचंद गहलोत को प्रभारी बनाया है.
लोकसभा चुनाव में अब दो साल से कम वक्त बचा है और बीजेपी किसी भी कीमत पर जीत का माहौल बिगड़ने नहीं देना चाहती क्योंकि माहौल एक बार लड़खड़ाया तो चीजें हाथ से बाहर जा सकती हैं.
अगले साल मध्य प्रदेश, छत्तीगढ़, राजस्थान में चुनाव होंगे जहां बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है. खास तौर पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लंबे समय से बीजेपी की सरकार का होना ही पार्टी की सबसे बड़ी चुनौती होगी.
गुजरात में भाजपा 2001 से सत्ता में है. हिमाचल और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. बीजेपी की नजर गुजरात में सत्ता कायम रखने के साथ-साथ हिमाचल और कर्नाटक को भी ‘कांग्रेस-मुक्त’ बनाने की होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रीय राजनीति में आने के बाद गुजरात में यह पहला विधानसभा चुनाव होगा जिसके नतीजे से पीएम मोदी के काम को जोड़ा जाएगा. इसलिए शाह ने पार्टी के सबसे अनुभवी रणनीतिकार अरुण जेटली को गुजरात का प्रभारी बनाया है.