नई दिल्ली: भारतीय सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों ने लद्दाख में प्रसिद्ध पेंगोंग झील के किनारे भारतीय क्षेत्र में घुसने की चीनी सैनिकों की कोशिशों को नाकाम कर दिया जिसके बाद पथराव हुआ है उसमें दोनों पक्षों को चोटें आई हैं.
इसके बाद बैनर ड्रिल रस्म के तहत स्थिति को नियंत्रण में लाया गया है. बैनर ड्रिल के तहत दोनों पक्ष अपने-अपने स्थान पर जाने से पहले बैनर दिखाते हैं. वीडियो विशेष में आज हम आपको इसी से जुड़े वीडियो दिखाने जा रहे हैं.
भारत-चीन सरहद के सबसे ऊंचे इलाके दिखाएंगे और उसके बारे में बात करेंगे. जहां चीन के चालबाज सैनिक कदम कदम पर साजिश रचते हैं. पन्द्रह अगस्त के दिन चीन के पत्थरबाज सैनिकों के इस कायराना हमले से पूरे हिंदुस्तान का खून खौल उठा है.
चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के बेलगाम जवान सारी हदें पार कर लद्दाख में भारत की सरहद में घुस आए और वहां तैनात भारतीय जवानों पर अचानक पत्थर बरसाने लगे. हमारे जवानों ने भी चीन के खूनी सैनिकों का डटकर सामना किया. जिसके बाद कायर चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा.
दरअसल चीन की काली नजर लद्दाख के उस पेंगोंग झील पर है जो सदियों से अखंड भारत का अटूट हिस्सा है. लेकिन चीन की सेना कभी धोखे से तो कभी जोर जबर्दस्ती से इस इलाके को हथियाने की साजिश करती रहती है. लद्दाख में पत्थरबाज चीन की साजिश और हिंदुस्तान की जवाबी तैयारी को करीब से जानने समझने के लिए इंडिया न्यूज़ की टीम पहुंची पेंगोंग झील में.