नई दिल्ली : अगर आप भी बुखार से परेशान हैं, अगर आपको भी पिछले कुछ दिनों से बुखार परेशान कर रहा है तो आप उसे बिल्कुल भी अनदेखा ना कीजिए. खासकर इस मौसम में होने वाले बुखार को नदरअंदाज तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
इस वक्त देश के कई हिस्से स्वाइन फ्लू की चपेट में है. तो अगर आपको भी बुखार आ रहा है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से अपना चेकअप कराएं. केवल वायरल समझकर बुखार को अनदेखा करना आपकी बड़ी गलती भी साबित हो सकती है.
क्या हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण वायरल बुखार से काफी मिलते हैं, इसकी पहचान कर पाना काफी मुश्किल है. लेकिन फिर भी इसके कुछ खास लक्षण है जिससे आप स्वाइन फ्लू की पहचान कर सकते हैं. स्वाइन फ्लू की तीव्रता काफी ज्यादा होती है. जो लोग पहले से ही डायबीटीज, अस्थमा जैसी अन्य किसी बीमारी से ग्रसित होते हैं उनमें स्वाइन फ्लू होने का खतरा ज्यादा होता है.
इसलिए लगातार डॉक्टर से चेकअप कराते रहना चाहिए और प्रिवेंटिव वैक्सिनेशन भी लेना चाहिए. तेज तीव्रता के साथ अगर बुखार आ रहा है तो डॉक्टर के पास जाने में जरा भी देरी ना कीजिए, क्योंकि अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो कुछ मामलों में मौत भी हो जाती है.
2009 में पहली बार स्वाइन फ्लू बना था महामारी
स्वाइन फ्लू ने साल 2009 में पहली बार महामारी का रूप लिया था. एच1एन1 वायरस से होने वाली ये बीमारी अब एक बार फिर वापस आ चुकी है. हर साल स्वाइन फ्लू के छोटे-मोटे मामले देखने को मिलते थे लेकिन इस बार इसने बड़ा रूप ले लिया है.
शुरुआत में यह बीमारी सूअर से फैलती थी लेकिन अब इंसान से इंसान में भी फैलने लगी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल देशभर में इस बीमारी ने पिछले 8 महीनों में 900 लोगों की जान ले ली है. गुजरात और महाराष्ट्र सबसे ज्यादा इससे प्रभावित हैं. गुजरात में जहां 190 लोग तो वहीं महाराष्ट्र में 404 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू से हो चुकी है.
दिल्ली में करीब 1300 लोग स्वाइन फ्लू से ग्रसित बताए जा रहे हैं तो वहीं दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक सिर्फ 5 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है तो वहीं केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 2 महीनों राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग, लेडी हार्डिंग और एम्स अस्पतालों में संयुक्त रूप से स्वाइन फ्लू के करीब 196 मामले सामने आए हैं और इनमें से 47 की मौत हो चुकी है.