मुजफ्फरनगर : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसे में मरने वालों की संख्या 24 तक पहुंच गई है तो वहीं 100 से ज्यादा घायल हुए हैं. इस हादसे में अब एफआईआर दर्ज होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.
उत्कल हादसे में मुजफ्फरनगर के जीआरपी थाने में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ पहला केस दर्ज किया गया है. यह केस आईपीसी की धारा 304 A के तहत दर्ज की गई है. अज्ञात व्यक्ति के ऊपर लापरवाही के कारण मृत्यु का केस दर्ज किया गया है.
बता दें कि इस मामले में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं रेलवे बोर्ड के मोहम्मद जमशेद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया है कि बोर्ड को पटरी पर से मरम्मत के लिए उपयोग किए जाने वाले औजार मिले हैं.
उन्होंने कहा, ‘हादसे को लेकर यह कहा जा रहा था कि ट्रेक पर मरम्मत का कार्य चल रहा था. साइट पर बोर्ड को भी मरम्मत के लिए उपयोग में लाए जाने वाले औजार मिले थे. कहा जा रहा है कि वहां पर कुछ कार्य चल रहा था और उस कार्य में जो भी सावधानियां बरती जानी थीं, वह नहीं बरती गई तो ऐसे में यह भी एक कारण हो सकता है हादसे का.’
उन्होंने कहा, ‘जैसा की रेल मंत्री सुरेश प्रभु का आदेश है कि प्रारंभिक जांच के आधार पर जवाबदेही तय किए जाने का तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’ बता दें कि कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसे पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड को सख्त निर्देश दे दिए हैं. प्रभु ने ट्रेन हादसे के मामले में रेलवे बोर्ड को आज शाम तक जिम्मेदारी तय करने का आदेश दे दिया है.
प्रभु ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल को आदेश दिया है कि वह प्रारंभिक जांच के आधार पर आज शाम तक जवाबदेही तय करें. बता दें कि शनिवार को खतौली स्टेशन के पास उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे.