नई दिल्ली: रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने गुरुवार को भारतीय सेना के लिए अमेरिका से 6 ‘अपाचे’ लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव को मजूंरी दे दी है. इन छह लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की खरीद पर कुल 4168 करोड़ का खर्च आएगा. भारत इस एएच-64ई अपाचे हेलीकॉप्टर के साथ अमेरिका से संबद्ध उपकरण, स्पेयर पार्ट्स, प्रशिक्षण एवं गोला-बारूद भी लेगा.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस सौदे के लिए भारतीय सेना ने मंत्रालय से अनुरोध किया था. जिसके बाद रक्षा मंत्रालय की वित्तीय समिति ने छह हेलीकॉप्टर खरीदने को मंजूरी दी है.
बता दें कि अपाचे हेलीकॉप्टर एक मिनट में 128 लक्ष्य को ट्रैक निशाना साधने में सक्षम है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में यह मंजूरी प्रदान की गई. सेना को पहली बार ये लड़ाकू हेलीकॉप्टर मिलेंगे.
इससे पहले भारत ने 2015 में भी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर और 15 चिनकू भारी हेलीकॉप्टर की खरीद के लिए तीन अरब डॉलर में सौदा किया था. बोइंड इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण करती है. सेना लंबे समय से इन हेलीकॉप्टरों की मांग कर रही थी.
हालांकि आर्मी ने 39 ऐसे हेलीकॉप्टरों की मांग की थी. बता दें कि बोइंग अब तक दुनिया भर में अपने 2200 से ज्यादा अपाचे हेलीकॉप्टर बेच चुका है. इसी साल मार्च में ही बोइंग और अमेरिकी सरकार के बीच 268 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने पर हस्ताक्षर हुए थे.