चंडीगढ़: दस साल की रेप पीड़िता बच्ची ने गुरूवार को चंडीगढ़ के अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया. बच्ची का प्रसव सिजेरियन सर्जरी के जरिए कराया गया. डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता और नवजात बच्ची दोनों की हालत फिलहाल स्थिर है. दोनों को डॉक्टरों की विशेष निगरानी में रखा गया है.
डॉक्टरों के मुताबिक बच्ची का वजन ढाई किलो से कम है. डॉक्टरों ने अपने बयान में कहा कि पीड़िता लेबर पेन सहने की हालत में नहीं थी और ना ही उसका शरीर नॉर्मल डिलिवरी के लिए तैयार था. इसके अलावा बच्ची का नवजात बच्ची का जन्म भी 35वें हफ्ते में हुआ.
सूत्रों के मुताबिक पीड़िता को बताया गया कि उसके पेट में पथरी है और उसी के ऑपरेशन के लिए उसे अस्पताल लाया गया है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता की जान के खतरे को देखते हुए अबॉर्शन की इजाजत नहीं दी थी.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि मेडिकल बोर्ड द्वारा की गई सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए अबॉर्शन ना तो पीड़िता के हक में होगा ना ही भूण के इसलिए गर्भपात की अर्जी को नामंजूर किया जाता है.