पटना : बिहार के भागलपुर में करीब 1000 करोड़ के सृजन घोटाले मामले में घोटाले की सीबीआई जांच के लिए पटना हाई कोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई है. पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मणिभूषण प्रताप सेंगर ने जनहित याचिका दायर कर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
सेंगर ने अपनी याचिका में कहा है कि यह घोटाला एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है. उन्होंने याचिका में इस घोटाले में राज्य के बड़े-बड़े नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता की आशंका जाहिर की है. सेंगर ने कहा कि ऐसी स्थिति में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा निष्पक्ष जांच होने की कम ही संभावना है.
याचिका के माध्यम से यह मांग है कि वर्ष 2015 से 2017 के बीच के राज्य में संचालित वैसे सभी स्वयंसेवी संगठनों के क्रिया कलापों और संपत्ति की जांच की जाये. उनके द्वारा की गई याचिका के माध्यम से सभी स्वयंसेवी संगठनों का नियंत्रण सरकार के हाथ में दी जाये.
बता दें कि अब तक चारा घोटाले को ही सरकारी राशि के दुरुपयोग का सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा था. इसमें 1000 करोड़ से अधिक की राशि की हेराफेरी का मामला सामने आया था. वहीं सृजन घोटाले में यह राशि अभी ही 974 करोड़ रुपये के पास पहुंच गयी है.
इस बात को पुलिस भी कबूल रही है कि यह गोरखधंधा वर्ष 2009 से ही चल रहा था. इस मामले में बैंक अधिकारी, सरकारी अधिकारी सहित 10 से ज्यादा लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है.