नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली लड़ाई लड़ने वाले केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हुआ था.
केजरीवाल ने दिल्ली के इतिहास में वो काम किया है जिसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले केजरीवाल को दिल्ली की जनता ने दो बार अपना मुख्यमंत्री चुना. पहली बार जब केजरीवाल सत्ता में आए थे तब उन्होंने महज 49 दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया था और फिर दूसरी बार जनता ने उन्हें भारी समर्थन दिया. जिसके बाद केजरीवाल ने पीछे पलट कर नहीं देखा.
अपने पहले कार्यकाल के दौरान वह 28 दिसम्बर 2013 से 14 फरवरी 2014 तक इस पद पर रहे. इससे पहले केजरीवाल एक सामाजिक कार्यकर्ता थे. उन्होंने सरकारी कामकाज में अधिक पारदर्शिता लाने के लिये संघर्ष किया.
भारत में सूचना अधिकार अर्थात सूचना कानून के आन्दोलन को जमीनी स्तर पर सक्रिय बनाने, सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने और सबसे गरीब नागरिकों को भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये सशक्त बनाने के लिए केजरीवाल को साल 2006 में रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
केजरीवाल ने 1989 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की. बाद में 1992 में वे भारतीय नागरिक सेवा (आईसीएस) के एक भाग, भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में आ गए और उन्हें दिल्ली में आयकर आयुक्त कार्यालय में नियुक्त किया गया, लेकिन कुछ ही दिनों में उन्होंने महसूस किया कि सरकार में बहुप्रचलित भ्रष्टाचार के कारण प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है. अपनी अधिकारिक स्थिति पर रहते हुए ही उन्होंने, भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम शुरू कर दी.
जनवरी 2000 में केजरीवाल ने काम से विश्राम ले लिया और दिल्ली आधारित एक नागरिक आन्दोलन-परिवर्तन की स्थापना की, जो एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन को सुनिश्चित करने के लिए काम करता है. इसके बाद फरवरी 2006 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और पूरे समय के लिए सिर्फ ‘परिवर्तन’ में ही काम करने लगे.
केजरीवाल को जनता का सीएम भी कहा जाता है. उनके जन्मदिन के मौके पर ट्विटर पर #HappyBirthdayJantaKaCM ट्रेंड कर रहा है. उनके प्रशंसकों ने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी है.