नई दिल्ली: देश आज आजादी का पर्व मना रहा है. लेकिन राष्ट्र के सबसे बड़े त्योहार के दिन लाखों इंसान तबाही में डूबे हैं. बाढ़ की वजह से बिहार, यूपी और नेपाल में 170 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
15 अगस्त के दिन लाखों इंसानों की चाहत है कि उन्हें इस तबाही से चाहिए आजादी. इस तबाही ने खेतों में इतना पानी भर दिया है कि इंसान डूब रहे हैं. खेतों में लहरें ऐसी कि लोग बहते जा रहे हैं.
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जहां खेतों में हरियाली होती थी वहीं आज डूबने का खतरा है. इसी खतरे में कंधे तक डूबे तीन लोग एक खंभे को पकड़ कर खड़े हैं. पल-पल यहां पानी प्रलय की तरह बढ़ रहा है. पिलर छोड़ने पर बहने का खतरा है.
इसी बीच रस्सी से रेस्क्यू की कोशिश शुरू होती है. पानी इतना ज्यादा है कि तैरकर लोग पेड़ के पास पहुंचते हैं. फिर इसमें रस्सी बांधी जाती है. इसी बीच इन लोगों को बचाने जा रहा एक लड़का पानी के बहाव में बहने लगता है.
बचने के लिए वो हाथ पैर मारता है. इसके बाद वो बहने लगता है. इसे बहता देख पिलर पकड़ा एक शख्स तैरकर इसके पास पहुंचता है. वो इसे पकड़ने की कोशिश करता है. तब तक दोनों लोग तेज बहाव की चपेट में आ जाते हैं. जो तैरना जानता था वो लौट गया. लेकिन दूसरा लहरों के साथ बगता चला गया.