नई दिल्ली : देश आज 71वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव धूमधाम से मना रहा है. इस मौके पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले में ध्वजारोहण किया तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी तिरंगा झंडा फहराया और स्वतंत्रता दिवस मनाया.
केजरीवाल ने इस मौके पर नाम लिए बिना ही केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी, स्मार्ट गांव की बात की जाती है, लेकिन आज तक कितना खर्च होने के बाद भी स्मार्ट नहीं हो पाया. स्मार्ट का मतलब है स्मार्ट सिटिजन, जो कि नहीं किया गया. सत्तर साल से ये नहीं हो पाया और पिछले दो सालों में दिल्ली की सरकार ने स्मार्ट सिटिजन पर जोर दिया.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि स्वतंत्रता के 70 साल बीतने के बाद भी हमारा देश अन्य देशों से पीछे है. भारत के बाद आज़ाद होने के वाले देश आगे बढ़ गए हैं और भारत पीछे रह गया. भारत एक विकासशील देश ही रह गया है और अन्य देश विकसित देश हो चुके हैं. केजरीवाल ने कहा देश विकसित तब होगा जब लोगों का विकास होगा, उसके लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर देने की जरूरत है.
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में उनकी सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के बेहतर बनाया है. धीरे-धीरे अन्य राज्यों में शिक्षा और स्वास्थ्य का बजट कम किया जा रहा है, लेकिन दिल्ली की सरकार ने दोनों में बजट बढ़ाया है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को अब अच्छी नौकरी की उम्मीद है. सरकार ने इसके लिए विवेक बिहार में स्किल सेंटर खोला है, जहां से बारह सौ से ज्यादा छात्रा ट्रेनिंग कर के तीस हजार से ज्यादा सैलरी पर काम कर रहे हैं. सरकार जल्द ही ऐसे सेंटर पूरी दिल्ली में खोलेगी.
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं पूरे देश के लोगों को एक वर्ग पर ध्यान दिलाना चाहूंगा, वह वर्ग है ठेके पर काम करने वालों का. बार-बार सरकार आती है वादा करती है और बाद में ठेके पर काम करने वालों को भूल जाती है. केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाया, जबकि विरोध झेलना पड़ा.
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं ठेकेदारी प्रथा बंद करने के लिए लड़ूंगा. ठेकेदारी प्रथा की लड़ाई में कई अड़चनें आएंगी, वैसे भी हमारी सरकार के हर काम में अड़चनें आती रही हैं, लेकिन इस काम को लेकर सभी पार्टी साथ दे, एलजी साहब से कहता हूं कि ठेकेदारी प्रथा में हमारा साथ दे.’ दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हरियाणा महिला उत्पीड़न पर कहा कि आजादी के सत्तर साल बाद भी महिला सुरक्षित नहीं है.