पटना : बिहार में भारी बारिश के कारण बाढ़ का सितम जारी है. बिहार के 12 जिले इन दिनों बुरी तरह से बाढ से प्रभावित हैं. मूसलाधार बारिश के कारण राज्य की सभी प्रमुख नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार के 12 जिलों में बाढ़ के रौद्र रूप को देखते हुए युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में सेना के साथ ही राष्ट्रीय आपदा बल (एनडीआरएफ) को लगा दिया गया है.
अब तक बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में 41 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक किशनगंज में पांच, अररिया में 5, प. चंपारण में 3, पूर्वी चंपारण में 3, दरभंगा में 3, मधुबनी में 1 और सीतामढ़ी में 6 लोगों की मौत हो चुकी है.
आपदा प्रबंधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि पूर्णिया जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर लगाये गये हैं.
बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सर्वाधिक प्रभावित अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिले का हवाई सव्रेक्षण किया. इसके बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग और सामान्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में बाढ़ के हालात पर चर्चा की और उन्हें स्थिति से निपटने के लिए केन्द्र की तरफ से तमाम सहयोग का आसवासन दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि हालात पर नजदीकी नजर रखी जा रही है.