नई दिल्ली. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने अब तक करीब 81 लाख आधार नंबर डीएक्टिवेट कर दिये गए हैं. ये जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने राज्यसभा में दी.
पीपी चौधरी ने राज्यसभा में बताया कि आधार विनिमय 2016 की धारा 27, 28 में ये जानकारी दी गई है कि विभिन्न कारणों से आधार नम्बर को डीएक्टिवेट किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि 2016 से पहले आधार नंबर को आधार लाइफ साइकिल मैनेजमेंट (एएलसीएम) गाइडलाइंस के अनुसार रद्द किया जाता था.
बता दें कि ऐसा इसीलिए हुआ है क्योंकि आधार कार्ड को आजकल सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट में शामिल कर दिया गया है. बैंक, टैक्स, बुकिंग, एडमिशन करवाने की प्रक्रिया में आवश्यक होता है. इसीलिए जिस आधार को रद्द किया गया है जिनमें नाम, राज्य, वर्ष या किसी अन्य जानकारी को नहीं भरा गया था.
कहीं आपका आधार नंबर न डीएक्टिवेट हो गया हो इसके लिए आप आसानी से चेक कर सकते हैं. इसके लिए आपको भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की वेबसाइट पर जाना होगा. इसके बाद वैरिफाई आधार नंबर का विकल्प होगा. इसके बाद नए पेज में अपना आधार नंबर डालकर और कैप्चर वर्ल्ड डालने के बाद वैरिफाई पर क्लिक करें. ऐसा करने के बाद अगर हरे रंग का सही का निशान आता है, तो मतलब है कि आपका आधार एक्टिव है.
यदि आपका आधार नंबर डीएक्टिवेट हो गया है तो इसके लिए आपको नजदीकी एनरॉलमेंट सेंटर जाकर आधार अपडेट फॉर्म भरना होगा. बायोमीट्रिक्स दोबारा वैरिफाई किए जाएंगे और उन्हें अपडेट कर दिया जाएगा. अपडेशन के लिए आपको एनरॉलमेंट सेंटर में 25 रुपए की फीस भी देनी होगी .इस प्रक्रिया के दौरान आपको अपना एक वैलिड मोबाइल नंबर बताना होगा.