गोरखपुर : यूपी के गोरखपुर में मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं, 48 घंटों में 63 बच्चों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के पीछे की वजह भले ही आधिकारिक तौर पर नहीं बताई जा रही है लेकिन इसके पीछे ऑक्सीजन की कमी होने का कारण है. योगी सरकार ने जांच कर सख्त कार्रवाई के भी आदेश दे दिए हैं,
ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी लेकिन ये बात न तो अस्पताल प्रशासन और न ही सरकार मानने को तैयार है. इस मुद्दे पर सरकार का कहना कुछ ओर ही है, उनका मानना है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों की मौत नहीं हुई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था दौरा
तीन दिन पूर्व ही योगी योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल का दौरा किया था और उन्होंने बाल चिकित्सा वार्ड का जायजा भी लिया था लेकिन इसके बाद भी ऐसी लापरवाही सामने आई ये बेहद ही चौंका देने वाली बात है. 9 अगस्त मध्यरात्रि से 10 अगस्त की मध्यरात्रि तक 23 बच्चों ने अपनी जान गंवाई जिनमें 14 नवजात शिशु हैं. गौर करने वाली बात यहां ये है कि 10 अगस्त रात को ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो गई थी. 11 साल का मासूम भी आज अपनी जिंदगी की हार गया जिसके बाद आंकड़ा 63 पहुंच चुका है.
पेमेंट रुकने की वजह से बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन देने वाली कंपनी ने सप्लाई बंद कर दी थी, बता दें कि पिछले 6 महीने में बीआरडी मेडिकल कॉलेज पर 69 लाख रुपए का बकाया हो गया था. पुष्पा सेल्स ने इस बात का दावा किया है कि कई बार मेडिकल कॉलेज को चिट्ठी लिखी गई लेकिन फिर भी बिल का भुगतान नहीं किया गया था. बिल के भुगतान के लिए जितनी भी बार गए प्रिंसिपल मिले नहीं जिसके बाद एक अगस्त को चेतावनी देने के बाद चार अगस्त से सप्लाई रोक दी गई.
गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई ठप्प होने से 48 घंटों के भीतर 30 बच्चों की मौत, मचा कोहराम
ऑक्सीजन टैंक में बुधवार से प्रेशर घटने लगा था, आज सुबह भी ऑक्सीजन की कमी के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि जापानी बुखार से रोजाना 8 से 12 बच्चे मरते हैं, ये मामला इसलिए भी ज्यादा गंभीर हो जाता है कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में हुआ है.
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