आर्थिक सर्वेक्षण का दूसरा पार्ट जारी, नोटबंदी के बाद बढ़ गए 5.40 लाख आयकर देने वाले

देश के आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने 9 नंवम्बर से हुई नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए बेहतरीन कदम बताते हुए कहा है कि नोटबंदी की वजह से टैक्स देने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. अरविंद सुब्रमण्यम ने जीएसटी को लागू करने के फैसले को भी सरकार की आश्चर्यजनक उपलब्धि बताते हुए मंहगाई को काबू करने के सरकार की कोशिशों की तारीफ की.

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आर्थिक सर्वेक्षण का दूसरा पार्ट जारी, नोटबंदी के बाद बढ़ गए 5.40 लाख आयकर देने वाले

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  • August 11, 2017 1:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली:  देश के आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने 9 नंवम्बर से हुई  नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए बेहतरीन कदम बताते हुए कहा है कि नोटबंदी की वजह से टैक्स देने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. अरविंद सुब्रमण्यम ने जीएसटी को लागू करने के फैसले को भी सरकार की आश्चर्यजनक उपलब्धि बताते हुए मंहगाई को काबू करने के सरकार की कोशिशों की तारीफ की.
 
अरविंद सुब्रमण्यम ने 500 और 1000 के पुराने नोटों को अवैध घोषित करने के बाद के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि इस फैसले के बाद से नए करदाताओं की संख्या में तेजी से बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद से लगभग 5.4 लाख नए करदाता शामिल हो गए हैं. उन्होंने सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि देश में 20 प्रतिशत नकदी की कमी आई है. देश में लोग डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़े हैं.
 
आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने आर्थिक सर्वेक्षण 2016-17 के आधार पर कहा कि भारत सरकार ने महंगाई कंट्रोल करने के मोर्चे पर लक्ष्य से ज्यादा बेहतर काम किया है और अगले साल मार्च तक महंगाई पूरी तरह काबू में हो जाएगी. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि मंहगाई दरों में कमी और निकट भविष्य में और कमी के आसार से मौद्रिक नीति में सस्ते कर्ज की संभावना बनी है.
 
 
अरविंद सुब्रमण्यम ने जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में जीएसटी यानी एक कर प्रणाली को लागू करना एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि इस कर प्रणाली को लागू करना प्रशासनिक, राजनैतिक और तकनीकी रूप से प्रशंसनीय हैं. गौरतलब है कि ये छमाई आर्थिक सर्वेक्षण हैं. आर्थिक सर्वेक्षण के तहत देश में किस सेक्टर में कितना निवेश हुआ, देश का विकास, कृषि के मुद्दे और नीतियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की जाती है.

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