अहमदाबाद: राज्यसभा चुनाव में दो विधायकों के वोट रद्द होने को शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस की ही साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि एक रात पहले ही चुनाव आयोग जाने की तैयारी कर ली गई थी. कांग्रेस छोड़ चुके शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि दिल्ली वाले अहमद पटेल का हिसाब करना चाहते थे लेकिन किसी तरह वो साजिश कर जीत गए, इसलिए उन्हें बधाई देता हूं.
वाघेला ने कहा कि कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत की इस टिप्पणी पर मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैं सीबीआई के दवाब में काम नहीं कर रहा हूं सीबीआई जो चाहे करने के लिए स्वतंत्र है. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. इससे न तो मुझे पहले कोई फर्क पड़ा था न अब पड़ेगा. मैं किसी सरकार के दवाब में काम नहीं करुंगा चाहें वो बीजेपी हो या फिर कांग्रेस.
वाघेला ने आगे कहा कि मैं एक सार्वजनिक जीवन जीने वाला इंसान हूं. मैंने कोई गैर-कानूनी काम नहीं किया, जिसकी वजह से मैं किसी से डरूं. वाघेला ने कहा कि उन्होंने गुजरात कांग्रेस प्रभारी से उनकी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने को कहा है. वाघेला ने जुलाई में कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था.
गुजरात की 3 राज्यसभा सीटों पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल चुनाव जीत गए हैं. बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत हार गए थे. चुनाव में अमित शाह को 46, स्मृति ईरानी को 46, अहमद पटेल को 44 और बलवंत सिंह राजपूत को 38 वोट मिले. बलवंत जुलाई के आखिरी हफ्ते में कांग्रेस से बीजेपी में आए थे और पार्टी ने उनको अहमद पटेल का रास्ता रोकने के लिए उतारा था.