नई दिल्ली. अंग्रेजों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के रूप में चर्चित ऐतिहासक ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की बुधवार को 75वीं साल गिरह है. पीएम मोदी ने इस खास दिन पर देशवासियों को बधाई दी और आंदोलन के सेनानियों को याद किया. इतना ही नहीं मोदी सरकार आज संसद में भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ को संसद का विशेष सत्र बुलाकर खास तरीके से मनाने जा रही है. इस ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ऐतिहासिक भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर हम आंदोलन में भाग लेने वाले सभी महान महिलाओं और पुरुषों को सलाम करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 1942 में भारत को उपनिवेशवाद से आजादी की जरूरत थी, मगर आज 75 साल बाद भारत के मुद्दे कुछ अलग हैं. महात्मा गांधी के नेतृत्व में उस वक्त पूरा देश भारत की आजादी के लिए उठ खड़ा हुआ था और एक साथ आया था. पीएम मोदी ने कहा कि आइए हम 2022 तक भारत को गरीबी, गंदगी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद, सांप्रदायिकता से मुक्त करने और अपने सपनों का ‘नया भारत’ बनाने की प्रतिज्ञा करें.
साथ ही उन्होंने कहा कि आइये हम उस भारत को बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करें, जिसे देखखर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को भी गर्व महसूस हो. बता दें कि 9 अगस्त 1942 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन का बिगुल बजाया था. इस आंदोलन ने भारत की आजादी में बड़ी भूमिका निभाई थी. इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात में कहा था कि 9 अगस्त को पूरा देश संकल्प सिद्धि कैंपेन चलाए और बापू के आंदोलन को दोबारा से याद करें.
साथ ही उन्होंने कहा कि आइये हम उस भारत को बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करें, जिसे देखखर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को भी गर्व महसूस हो. बता दें कि 9 अगस्त 1942 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन का बिगुल बजाया था. इस आंदोलन ने भारत की आजादी में बड़ी भूमिका निभाई थी. इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात में कहा था कि 9 अगस्त को पूरा देश संकल्प सिद्धि कैंपेन चलाए और बापू के आंदोलन को दोबारा से याद करें.