नई दिल्ली. गुजरात से राज्यसभा की 3 सीटों के चुनाव में कांग्रेस के दो बागी विधायकों का वोट रद्द करने के फैसले को बीजेपी ने गलत बताया है. गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा है कि जरूरत हुई तो पार्टी इस मामले को लेकर कोर्ट भी जाएगी.
पटेल ने चुनाव आयोग से वोटिंग का वीडियो सार्वजनिक करने की मांग करते हुए कहा कि इसके सामने आने से पूरा देश कहेगा कि आयोग का फैसला गलत है. पटेल ने कहा कि बागी विधायकों ने बैलट पेपर कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल को दिखाया था जिसके बाद वो गुस्से में दिखे. पटेल ने कहा कि कांग्रेस कल से ही इस साजिश में लगी थी.
कांग्रेस ने अपने दो विधायक भोला भाई गोहिल और राघव भाई पटेल का वोट कैंसिल करने की मांग इस आधार पर थी कि दोनों ने अनाधिकृत रूप से राज्यसभा चुनाव के कैंडिडेट व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत को दिखाकर वोट डाले.
बीजेपी और कांग्रेस नेताओं की टीम दो-दो बार चुनाव आयोग गई और आयोग ने इस मसले पर दोनों पार्टियों की दलीलें सुनीं. बीजेपी ने कांग्रेस पर बिना मतलब का बखेड़ा करने का आरोप लगाते हुए मतगणना शुरू करने की मांग की थी जबकि कांग्रेस दोनों वोट कैंसिल करने के बाद ही वोटों की गिनती करने कह रही थी.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले और चुनाव आचार संहिता के सेक्शन 39 के मुताबिक ये वोट कैंसिल होना चाहिए. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और आनंद शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग ने हरियाणा में इसी तरह दिखाकर वोट करने के बाद उनकी पार्टी के एक विधायक का वोट कैंसिल कर दिया था.
चुनाव आयोग के फैसले के इंतजार में दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली के घर पर बीजेपी के बड़े वकीलों की मीटिंग चल रही थी. कांग्रेस कैंप भी वकीलों के साथ सलाह-मशविरा कर रहा था. माहौल ऐसा बना हुआ है कि नतीजा जो भी आए, जिसके मन का नहीं होगा, वो मामले को कोर्ट ले जाएगा.
कांग्रेस को गुजरात से अपने नेता अहमद पटेल को जिताने के लिए 45 वोट चाहिए जो राज्यसभा में पांचवें टर्म के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. गुजरात से तीन लोग राज्यसभा पहुंचेंगे जिसमें अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय है. तीसरी सीट के लिए अहमद पटेल और बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत के बीच मुकाबला है.